Breaking News

चक्रवात ‘मोखा’ Bangladesh व Myanmar के तटों से टकराया

भीषण चक्रवाती तूफान ‘मोखा’ रविवार को बांग्लादेश और म्यामां के तटीय इलाकों पर पहुंच गया। इससे पहले यह पांचवीं श्रेणी के भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो चुका था। इसके चलते दक्षिण-पूर्वी तटीय क्षेत्रों में व्यापक नुकसान हुआ है और निचले इलाकों में पांच लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
मोखा तूफान, बांग्लादेश और म्यांमा को विभाजित करने वाली नाफ नदी के जरिए आगे बढ़ते हुए टेकनाफ तटरेखा पर दोपहर के समय टकराया।

बांग्लादेश के मौसम विभाग के प्रवक्ता ए.के.एम. नजमुल हुदा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, चक्रवात का केंद्रबिंदु अपने अनुमानित समय से पहले आज दोपहर के कुछ ही देर बाद नाफ नदी से होते हुए टेकनाफ तटरेखा पर पहुंच गया।
उन्होंने कहा कि बेहद खतरनाक मानी जाने वाली पांचवीं श्रेणी के चक्रवात के रूप में वर्गीकृत मोखा को तटरेखा पार करने में और समय लग सकता है।
तेज हवाओं के चलते टेकनाफ और सेंट मार्टिन द्वीप में कई पेड़ उखड़ गए और कई घरों की छतें क्षतिग्रस्त हो गईं। टेकनाफ और सेंट मार्टिन द्वीप कॉक्स बाजार-टेकनाफ प्रायद्वीप के छोर से लगभग नौ किमी दक्षिण में स्थित है।

बंगाल की खाड़ी में स्थित आठ वर्ग किलोमीटर के द्वीप सेंट मार्टिन में तेज हवाएं चलने के साथ भारी बारिश हुई।
बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी कॉक्स बाजार के टेकनाफ उप-जिले के प्रशासनिक प्रमुख मोहम्मद कमरुज्जमां ने कहा कि टेकनाफ और बंगाल की खाड़ी के पास इसके दक्षिणी भाग शाहपोरी डिप में 200 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की गति से हवाएं चल रही हैं।
टेकनाफ म्यांमा के पास है और यह नाफ नदी के जरिए उत्तरी म्यांमा के तटों से अलग होता है।

कमरुज्जमां ने कहा, हवा के बहुत तेज वेग के कारण मौसम भयावह है, लेकिन अभी तक बड़े पैमाने पर लहरें नहीं उठी हैं।”
मौसम अधिकारियों ने कहा कि नाफ नदी में फिलहाल ऊंची लहरें उठ रही हैं जो पूर्वाह्न 11 बजे शुरू हुई थीं और शाम 5 बजे (स्थानीय समय) तक जारी रहेंगी।
चक्रवात के कारण भारी बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं। इससे बंगाल की खाड़ी के आसपास के इलाकों में खतरनाक बाढ़ आ सकती है।
इस तरह की आशंकाएं हैं कि तूफान बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी सीमावर्ती कॉक्स बाजार जिले को प्रभावित कर सकता है जहां दस लाख से अधिक रोहिंग्या शरणार्थी रहते हैं।

मौसम विभाग की ओर से जारी ताज़ा बुलेटिन के मुताबिक, हवा के कारण सामान्य से आठ से 12 फुट ऊपर की लहरें उठने से कॉक्स बाजार और चटगांव के निचले इलाकों में पानी भर सकता है।
‘बीडीन्यूज़24.कॉम’ की खबर के मुताबिक सामान्य से पांच से सात फुट ऊंची लहरें उठने से फेनी, नोआखली, लक्ष्मपुर, चांदपुर और भोला के निचले इलाकों में बाढ़ आने की आशंका है।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि ‘मोखा’ लगभग दो दशकों में बांग्लादेश में आये सबसे शक्तिशाली चक्रवातों में से एक है। श्रेणी चार का चक्रवात श्रेणी-पांच तूफान के बराबर तीव्र हो गया है।
लगभग पांच लाख लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया है।

तूफान से निपटने की तैयारी के तौर पर बांग्लादेश ने प्रभावित क्षेत्र के पास के हवाई अड्डों को बंद कर दिया है और मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है।
अधिकारियों ने कहा कि सरकार ने संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और सहायता कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर कई टन सूखे खाद्य पदार्थ की व्यवस्था की है और रोहिंग्या शरणार्थी शिविर में दर्जनों एंबुलेंस और मोबाइल मेडिकल दलों को तैयार रखा है।
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी, विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने चेतावनी दी है कि चक्रवात के कारण बांग्लादेश और म्यांमा के तटों के आसपास भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन होगा।
हालांकि, बांग्लादेश मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक मोहम्मद अज़ीज उर रहमान ने कहा कि बांग्लादेश के लिए खतरा कम हो गया है।
उन्होंने कहा कि म्यांमा और उसके दक्षिणी क्षेत्र के लिए खतरा ज्यादा हो सकता है।

Loading

Back
Messenger