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ऑस्ट्रियाई चांसलर संग प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक, गेस्टबुक पर साइन, कैसा रहा पीएम मोदी का वियना दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रियाई चांसलर कार्ल नेहमर ने ऑस्ट्रिया के वियना में संघीय चांसलरी में एक प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक की। इससे पहले वार्ता से पहले उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। प्रधानमंत्री ने संघीय चांसलरी में अतिथि पुस्तिका पर भी हस्ताक्षर किए। रूस में अपने व्यस्त कार्यक्रम निपटाने के बाद पीएम मोदी ऑस्ट्रिया पहुंचे और 41 साल बाद यूरोपीय देश का दौरा करने वाले पहले भारतीयप्रधान मंत्री बने। भारतीय कंडक्टर विजय उपाध्याय के नेतृत्व में ऑस्ट्रियाई गायक मंडली द्वारा गाए गए ‘वंदे मातरम’ की प्रस्तुति से पहले भारतीय समुदाय के सदस्यों और ऑस्ट्रियाई सरकारी अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।

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 विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इससे पहले कहा था कि जैसा कि दोनों देश इस साल राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, इस महत्वपूर्ण यात्रा से भारत-ऑस्ट्रिया संबंधों में नई गति जुड़ेगी। ऑस्ट्रियाई कलाकारों ने वंदे मातरम की प्रस्तुति देकर मोदी का स्वागत किया।ऑर्केस्ट्रा का नेतृत्व विजय उपाध्याय ने किया। उपाध्याय का जन्म लखनऊ में हुआ था। साल 1994 में वह वियना विश्वविद्यालय फिलहार्मनी के निदेशक बने। वह यूरोपीय संघ संस्कृति परियोजनाओं के मूल्यांकन के लिए विशेषज्ञों की जूरी में ऑस्ट्रियाई प्रतिनिधि हैं और भारत के राष्ट्रीय युवा ऑर्केस्ट्रा के संस्थापक और कलात्मक निदेशक हैं। 

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मोदी ने एक पोस्ट में कहा कि ऑस्ट्रिया अपनी जीवंत संगीत संस्कृति के लिए जाना जाता है। वंदे मातरम के इस अद्भुत गायन की बदौलत मुझे इसकी झलक मिली!’’ मोदी ने इसके साथ ही इस कार्यक्रम का वीडियो भी साझा किया। मोदी बुधवार को ऑस्ट्रिया गणराज्य के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलन से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री और चांसलर नेहमार भारत और ऑस्ट्रिया के कारोबारी नेताओं को भी संबोधित करेंगे। ऑस्ट्रिया रवाना होने से पहले मोदी ने रविवार को कहा था कि लोकतंत्र, स्वतंत्रता तथा कानून के शासन जैसे साझा मूल्य वह आधार हैं जिस पर दोनों देश नजदीकी साझेदारी बनाएंगे।

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