कोपेनहेगन। डेनमार्क की सरकार ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन के पायलटों को एफ-16 लड़ाकू विमान उड़ाने का प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया गया है।
उसने यह भी कहा कि अमेरिका के पुराने हो रहे लड़ाकू विमानों को डेनमार्क के सैन्य बेड़े से बाहर करने की योजना का समय पूर्व निर्धारित अवधि से दो साल आगे बढ़ा दिया गया है।
डेनमार्क के कार्यकारी रक्षा मंत्री ट्रोएल्स लुंड पाउलसन ने बताया कि पुराने हो रहे अमेरिकी लड़ाकू विमानों की जगह लेने वाले एफ-35एस विमान 2025 तक शामिल कर लिए जाएंगे। पहले इन्हें 2023 के अंत में डेनमार्क के सैन्य बेड़े का हिस्सा बनाने की योजना थी।
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पाउलसन ने कहा कि उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का सदस्य देश होने के नाते डेनमार्क ने “यूक्रेनी पायलटों को लड़ाकू विमान उड़ाने का प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और इसमें आगे और तेजी लाई जाएगी।”
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उन्होंने कहा, “हम इस बात पर भी विचार कर रहे हैं कि हमें यूक्रेन को डेनमार्क के बेड़े में मौजूद एफ-16 लड़ाकू विमान देने चाहिए कि नहीं और अगर हां, तो उसे कितने विमान उपलब्ध कराए जाने चाहिए।”
पाउलसन ने ‘डीआर’ चैनल से बातचीत में कहा कि डेनमार्क के बेड़े में शामिल एफ-16 विमानों की संभावित आपूर्ति से पहले यूक्रेनी पायलट को छह से आठ महीने का कड़ा प्रशिक्षण लेना होगा।
उन्होंने कहा, “इसका मतलब यह नहीं है कि आप इस संबंध में पहले फैसला नहीं ले सकते। लेकिन, (एफ-16 विमान) साल 2024 तक डेनमार्क में ही रहेंगे।”
डेनमार्क ने अमेरिका को 27 एफ-35 लड़ाकू विमानों का ऑर्डर दिया है, जो उसके बेड़े में शामिल 40 साल से भी अधिक पुराने 30 एफ-16 विमानों की जगह लेंगे।