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ग्वांतानामो हिरासत केंद्र में बंदियों के साथ क्रूर व्यवहार: पहली स्वतंत्र जांचकर्ता ने कहा

 ग्वांतानामो बे में अमेरिकी हिरासत केंद्र का दौरा करने वाली संयुक्त राष्ट्र की पहली स्वतंत्र जांचकर्ता ने सोमवार को कहा कि वहां बंद 30 पुरुष कैदियों के साथ “अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत बेहद क्रूर, अमानवीय और अपमानजनक व्यवहार किया जा रहा है।”
आयरलैंड में कानून की प्रोफेसर फियोनुआला नी आओलेन ने एक संवाददाता सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के लिए अपनी 23 पन्नों की रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि 2001 में न्यूयॉर्क, वाशिंगटन और पेन्सिल्वेनिया में हुए आतंकवादी हमले, जिनमें लगभग 3,000 लोग मारे गए थे, “मानवता के खिलाफ अपराध थे।”
हालांकि, उन्होंने कहा कि हमलों के बाद के वर्षों में कथित साजिशकर्ताओं और उनके सहयोगियों को अमेरिका द्वारा दी जा रही यातना और उनके साथ किया जा रहा दुर्व्यवहार अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून का उल्लंघन है।

नी आओलेन ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन ने उनके रूप में संयुक्त राष्ट्र के किसी जांचकर्ता को पहली बार ग्वांतानामो बे हिरासत केंद्र का दौरा करने की इजाजत दी है, जिसे 2002 में खोला गया था।
उन्होंने ग्वांतानामो बे तक पहुंचने की अनुमति देकर उदाहरण पेश करने और “सबसे कठिन मानवाधिकार मुद्दों पर ध्यान देने के लिए तैयार रहने” के वास्ते राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन की तारीफ की।
नी नाओलेन ने कुछ अन्य देशों से भी बाइडन प्रशासन के नक्शेकदम पर चलने का आग्रह किया, जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र को हिरासत केंद्रों तक पहुंच प्रदान करने से इनकार किया है।
संरा जांचकर्ता ने बताया कि उन्होंने जिन-जिन चीजों की अनुमति मांगी थी, उन्हें सब प्रदान की गई। इसमें क्यूबा स्थित हिरासत केंद्र में ‘उच्च वरीयता’ और ‘गैर-उच्च वरीयता’ वाले बंदियों के साथ बैठक की अनुमति भी शामिल है।

रिपोर्ट के निष्कर्षों पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग को भेजे अपने पक्ष में अमेरिका ने कहा कि विशेष जांचकर्ता के निष्कर्ष “पूरी तरह से उनके अपने हैं” और “अमेरिका उनकी रिपोर्ट में शामिल कई तथ्यात्मक और कानूनी दावों से बड़े पैमाने पर असहमत है।”
नी आओलेन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कैदियों के लिए हिरासत केंद्र की परिस्थितियों में “महत्वपूर्ण सुधार” किए गए हैं, लेकिन उन्होंने “वहां लगातार बेहद क्रूर, अमानवीय और अपमानजनक व्यवहार का सामना कर रहे 30 पुरुष बंदियों को लेकर गहरी चिंता व्यक्ति की।”
नी आओलेन ने कहा, “मैंने महसूस किया कि दो दशक से अधिक समय की हिरासत के बावजूद कैदियों का उत्पीड़न जारी है। मैं जिन भी कैदियों से मिली, उनमें से हर एक को सजा, यातना और मनमाने ढंग से हिरासत में रखने की प्रक्रिया के कारण लगातार हानि का सामना करते हुए जीवन जीना पड़ा।”

संरा जांचकर्ता ने कई सिफारिशें भी कीं और कहा कि ग्वांतानामो बे हिरासत केंद्र को बंद किया जाना चाहिए। इस पर अमेरिका ने एक बयान जारी कर कहा, “कैदी सद्भाव के साथ रहते हैं और मिलकर भोजन पकाते हैं; उन्हें विशेष चिकित्सा और मानसिक देखभाल उपलब्ध कराई गई है; उन्हें कानूनी सलाह तक पूरी पहुंच दी गई है; वे अपने परिवार के सदस्यों के साथ नियमित रूप से संवाद कर सकते हैं।”
बयान में कहा गया है, “फिर भी हम (विशेष जांचकर्ता की) सिफारिशों की सावधानीपूर्वक समीक्षा कर रहे हैं और आवश्यकता के अनुसार हर उचित कदम उठाएंगे।

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