उत्तरी अफ्रीकी देश लीबिया के विभिन्न हिस्सों में भूमध्यसागरीय तूफान डेनियल के कारण सप्ताहांत में आई विनाशकारी बाढ़ के बाद देश के पूर्वी हिस्से में सोमवार को कम से कम 27 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने डर्ना शहर को आपदा क्षेत्र घोषित कर दिया है।
पूर्वी लीबिया सरकार के स्वास्थ्य मंत्री ओथमान अब्दुलजलील ने सऊदी के स्वामित्व वाले समाचार चैनल ‘अल-अरबिया’ को टेलीफोन पर दिये साक्षात्कार में सोमवार दोपहर को मरने वालों की संख्या की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि कम से कम 50 लोग लापता हैं।
अब्दुलजलील ने बताया कि प्रभावित लोगों में आपदा क्षेत्र घोषित किये गए डर्ना शहर के लोग शामिल नहीं है। यहां सोमवार दोपहर तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई थी।
शहर के मुख्य चिकित्सा केंद्र ने कहा कि मृतकों में पूर्वी शहर बायदा के 12 लोग शामिल हैं।
एम्बुलेंस और आपातकालीन प्राधिकरण के अनुसार, पूर्वोत्तर लीबिया के तटीय शहर सुसा में सात अन्य लोगों के मारे जाने की सूचना है।
रविवार को एक अन्य व्यक्ति की मौत की पुष्टि की गई। पूर्वी लीबिया में सरकार द्वारा संचालित आपातकालीन प्रतिक्रिया एजेंसी के प्रवक्ता वालिद अल-अरफी के मुताबिक, वह व्यक्ति अपनी कार में था और पूर्वी शहर मार्ज में बाढ़ में फंस गया था।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, बाढ़ में दर्जनों अन्य लोगों के लापता होने की सूचना है तथा अधिकारियों को बाढ़ में उनके मारे जाने की आशंका है।
बाढ़ की वजह से पूर्वी लीबिया के कई शहरों में घर और अन्य संपत्तियां नष्ट हो गयी हैं।
देश के प्रधानमंत्री ओसामा हमाद ने भारी बारिश और बाढ़ के कारण डर्ना का अधिकांश हिस्सा नष्ट होने के बाद शहर को आपदा क्षेत्र घोषित कर दिया है।
सरकार ने शनिवार को आपात स्थिति की घोषणा की थी और रात में आए तूफान से पहले एहतियातन शिक्षण संस्थानों को निलंबित कर दिया गया।
प्रधानमंत्री ने सोमवार को तीन दिन के शोक की घोषणा की और देशभर में झंडों को आधा झुकाने का आदेश दिया।
पश्चिम मिस्र के कुछ हिस्सों में सोमवार को तूफान आने की आशंका है और देश के मौसम अधिकारियों ने संभावित बारिश और खराब मौसम की चेतावनी दी है।