नीदरलैंड के प्रधानमंत्री मार्क रुटे ने गुलामी और दास व्यापार में नीदरलैंड की ऐतिहासिक भूमिका के लिए अपनी सरकार की ओर से सोमवार को माफी मांगी।
गुलामी और दास व्यापार को लेकर नीदरलैंड की ओर से लंबे समय से प्रतीक्षित बयान में विलंब करने की मांग के बावजूद मार्क रुटे ने यह बयान दिया।
रुटे ने 20 मिनट के अपने भाषण में कहा, ‘‘आज मैं माफी मांगता हूं।’’
राष्ट्रीय अभिलेखागार में आमंत्रित दर्शकों की ओर से उनका मौन स्वागत किया गया।
रुटे ने माफी के साथ अपनी बात आगे बढ़ाई।
हालांकि कुछ कार्यकर्ता समूहों ने देश में दासता के उन्मूलन की अगले साल एक जुलाई को आने वाली सालगिरह तक इंतजार करने का उनसे आग्रह किया था।
प्रधानमंत्री के भाषण को रोकने के लिए कुछ लोग पिछले सप्ताह अदालत भी गए थे, लेकिन वे इसमें असफल रहे थे।
रुटे ने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि हर किसी के लिए कोई एक अच्छा पल नहीं होता, हर किसी के लिए कोई सही शब्द नहीं होता, हर किसी के लिए कोई सही जगह नहीं होती।’’
उन्होंने कहा कि सरकार इस पहल के लिए एक कोष स्थापित करेगी, जो नीदरलैंड और उसके पूर्व उपनिवेशों में दासता की विरासत से निपटने में मदद करेगी।