किसी देश में घुसकर अपने दुश्मनों को मारने के लिए मशहूर अमेरिका एक बार फिर अपने सबसे बड़े दुश्मन को किसी देश में घुसकर मार आया है। खबर सीरिया से आई है। अमेरिका ने सीरिया में एक ऐसी स्ट्राइक कर दी जिसके बाद अलकायदा का टॉप आतंकी सला अलजबीर ढेर हो गया। इसकी जानकारी खुद अमेरिकी सेना द्वारा दी गई। सीरिया में ताबड़तोड़ एयरस्ट्राइक को अंजाम देने के बाद अमेरिका की सेना ने घोषणा की कि उसने हवाई हमले में अलकायदा से जुड़े सीनियर आतंकवादी मोहम्मद सलला जबीर को मौत के घाट उतार दिया है। अमेरिकी सेंट्रल कमांड ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि ये हवाई हमला आतंकियों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए किया गया था। इससे पहले आईडीएफ ने हमास के सैन्य प्रमुख को मौत के घाट उतारा था।
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बता दें कि अमेरिका एक के बाद एक अभियान चलाकर अपने दुश्मनों को खत्म कर रहा है। मीडिल ईस्ट में जब जंग तेज है तब सीरिया में अमेरिका का ऑपरेशन लगातार जारी है। अमेरिकी सेना ने अब उत्तर पश्चिमी सीरिया में हवाई हमले किए। अल-ज़बीर की मौत चरमपंथी समूह के लिए एक बड़ा झटका है। इस ऑपरेशन का नेतृत्व यूएस सेंट्रल कमांड ने किया. यह सीरिया में आतंकवाद के खिलाफ व्यापक अभियान का हिस्सा है। इस कार्रवाई का उद्देश्य ऐसे समूहों के संचालन को बाधित करना है। हुर्रास अल-दीन समूह कुछ समय से सीरिया में सक्रिय है। वे अल-कायदा से अपने संबंधों के लिए जाने जाते हैं। अमेरिका ऐसे समूहों के प्रभाव और क्षमताओं को कम करने के लिए उनके नेताओं को निशाना बनाता रहा है।
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ट्रंप ने दिसंबर में विद्रोहियों द्वारा सीरियाई नेता बशर अल-असद को अपदस्थ करने से ठीक पहले कहा था कि अमेरिकी सैनिकों को सीरिया से वापस बुला लेना चाहिए। अमेरिका कई वर्षों से कहता रहा है कि सीरिया में लगभग 900 सैनिक तैनात हैं, लेकिन अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने दिसंबर में कहा था कि सैनिकों की संख्या बढ़कर 2,000 हो गई है। सीरिया में अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी को लेकर अमेरिका और सीरिया के पड़ोसी देशों तुर्की व इराक के बीच लंबे समय से टकराव रहा है। तुर्की और इराक चाहते हैं कि अमेरिकी सैनिकों की तैनाती सीमित की जाए जबकि इजराइल का कहना है कि अमेरिका को देश में सैनिकों की मौजूदगी बरकरार रखनी चाहिए।