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लंदन । मेटा ने रूस के सरकारी मीडिया संस्थान पर अपने दुष्प्रचार को बढ़ावा देने के लिए कपटपूर्ण चालें चलने का आरोप लगाते हुए उसे अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंधित करने की घोषणा की है। इस पर रूस ने मंगलवार को कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम जैसे मंचों का संचालन करने वाली कंपनी मेटा ने सोमवार देर रात कहा कि वह रूस के गुप्त अभियानों का मुकाबला करने के अपने प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए अगले कुछ दिन में प्रतिबंध लगाएगी।
मेटा ने एक बयान में कहा, ‘‘सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद, हमने रूसी सरकारी मीडिया संस्थान के खिलाफ अपनी प्रवर्तन कार्रवाई का विस्तार किया। रोसिया सेगोदन्या, आरटी और अन्य संबंधित संस्थाओं को अब वैश्विक स्तर पर हमारे ऐप से विदेशी हस्तक्षेप गतिविधियों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है।’’ क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इस कदम की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, ‘‘रूसी मीडिया के खिलाफ इस तरह की चुनिंदा कार्रवाई अस्वीकार्य है और मेटा इन कार्रवाइयों से खुद को बदनाम कर रहा है।’’
पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारा इसके प्रति बेहद नकारात्मक रवैया है। और यह, निश्चित रूप से, मेटा के साथ हमारे संबंधों को सामान्य बनाने की संभावनाओं को जटिल बनाता है।’’ मेटा की कार्रवाई अमेरिका द्वारा आरटी पर नए प्रतिबंधों की घोषणा के कुछ दिन बाद हुई है, जिसमें क्रेमलिन की समाचार संस्था पर रूस के युद्ध तंत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होने और अपने लोकतांत्रिक विरोधियों को कमजोर करने के प्रयासों का आरोप लगाया गया है। अमेरिकी अधिकारियों ने पिछले सप्ताह आरोप लगाया था कि आरटी रूसी सेना के साथ मिलकर काम कर रहा था और यूक्रेन में लड़ रहे रूसी सैनिकों के लिए स्नाइपर राइफल, बॉडी आर्मर और अन्य उपकरणों के भुगतान के लिए धन उगाही के अभियान चला रहा था।