दक्षिण कोरिया में भारी बारिश के कारण सुरंग में भरे पानी में 15 वाहन फंस गए थे जिनमें से रविवार को नौ शवों को निकाला गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बारिश से अचानक आई बाढ़, भूस्खलन से देश भर में कई मकानों को नुकसान पहुंचा है।
अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण कोरिया में भारी बारिश के कारण हुए हादसों में नौ जुलाई से अबतक 37 लोगों की जान गई है और हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा है।
शहर के अग्निशमन विभाग के प्रमुख सेओ जेयोंग-इल ने संवाददाताओं को बताया कि गोताखोरों सहित लगभग 900 बचावकर्मी चेओंगजू शहर स्थित सुरंग में बचाव अभियान चला रहे हैं। इस सुरंग में शनिवार शाम अचानक आई बाढ़ में एक बस सहित कई वाहन फंस गए थे।
अग्निशमन अधिकारियों का आकलन है कि दो से तीन मिनट के भीतर सुरंग में पानी भर गया था।
सोशल मीडिया पर साझा घटनास्थल की तस्वीरों और वीडियो में दिखाई दे रहा है कि बचावकर्मी सुरंग से पानी निकाल रहे हैं और गोताखोर रबर की नावों के जरिये सुरंग के अंदर-बाहर आ-जा रहे हैं।
दमकल विभाग के अधिकारी यांग चान मो ने बताया कि सुरंग से पूरा पानी निकालने में कई घंटे लग जाएंगे।
उन्होंने कहा, “सुरंग में चार से पांच मीटर पानी, मिट्टी और मलबा भरा है। बचावकर्मी संभल-संभलकर आगे बढ़ रहे हैं, ताकि पानी में फंसा कोई व्यक्ति बह न जाए।”
सियो ने बताया कि सुरंग से नौ लोगों को बचाया गया है, जबकि परिवारों और अन्य लोगों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक लापता करीब 10 अन्य लोगों का फिलहाल पता नहीं लगाया जा सका है। उन्होंने कहा कि वाहनों में फंसे यात्रियों की सही संख्या के बारे में अभी सटीक जानकारी नहीं मिल सकी है।
इस बीच, आंतरिक सुरक्षा मंत्रालय ने बताया कि 8,850 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है और 27,260 परिवार कई दिनों से बिजली के बिना रह रहे हैं। बारिश की वजह से करीब 50 सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं और 100 से अधिक मकान ध्वस्त हो गए हैं। मंत्रालय के मुताबिक कम से कम 35 लोगों का इलाज किया जा रहा है।
राष्ट्रपति कार्यालय के अनुसार, राष्ट्रपति यून सुक येओल ने यूक्रेन की यात्रा के बाद पोलैंड रवाना होने के दौरान एक ट्रेन में, वर्षा जनित हादसों, बाढ़ तथा भूस्खलन से पहुंचे नुकसान की जानकारी के लिए शनिवार को आपात बैठक की।
राष्ट्रपति कार्यालय ने बताया कि यून ने अधिकारियों से आपदा से निटपने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल करने को कहा है।