उत्तर कोरिया ने अपने कृषि क्षेत्र में सुधार के संबंध में विचार-विमर्श के लिए एक प्रमुख राजनीतिक सम्मेलन का आयोजन किया है।
इस बैठक को देश में खाद्य असुरक्षा के गंभीर होने का संकेत माना जा रहा है क्योंकि परमाणु हथियारों पर जोर दिए जाने के बीच देश का आर्थिक अलगाव गहरा हो गया है।
उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने सोमवार को कहा कि सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्यों ने शनिवार को बैठक की।
बैठक में तय किया गया कि कृषि संबंधी रणनीति की समीक्षा एवं नए लक्ष्य तय करने के लिए फरवरी के अंत में पार्टी की केंद्रीय समिति की पूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी।
एजेंसी के अनुसार पोलित ब्यूरो के सदस्यों ने स्वीकार किया कि कृषि क्षेत्र में व्यापक बदलाव को तेजी से बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम की जरूरत है।
उसने कहा कि यह तय किया गया कि कृषि के विकास के लिए सही रणनीति बनाना और समाजवादी ढांचे के समग्र विकास को बढ़ावा देने की खातिर खेती के लिए तत्काल प्रासंगिक कदम उठाना एक अहम कार्य है।
पोलितब्यूरो की बैठक ऐसे संकेतों के बीच हुई कि देश प्योंगयांग में एक विशाल सैन्य परेड आयोजित करने की तैयारी कर रहा है। उत्तर कोरिया की सत्तारूढ़ पार्टी की करीब दो महीने में दो पूर्ण बैठक होना हालांकि अभूतपूर्व नहीं है लेकिन यह असामान्य बात है।