अगर इतिहास पर हम नजर डालें तो पता चलेगा कि भारत और इजरायल एक-दूसरे का आजमाया हुआ साथी है। जैसे 32 दांतो के बीच जीभ रहती है वैसे ही अरब राष्ट्रों के बीच इजरायल है। वह दुनिया का एक अकेला ऐसा देश है जो बहुत ही छोटा होने व इतने आक्रामक पड़ोसियों से घिरा होने के बावजूद अपनी शर्तों पर जी रहा है। भारत और इजरायल के संबंधों के बारे में अक्सर कहा जाता है कि दोनों देशों के बीच गोपनीय प्रेम संबंध तो बहुत पहले से है। लेकिन भारत का पक्का दोस्त इजरायल काफी समय से मुश्किलों का सामना कर रहा है। इजरायल में अंदर और बाहर दोनों से हमले हो रहे हैं। इजरायल के साथ वैसा ही हो रहा है जैसा कुछ कुछ भारत के साथ होता आया है। इजरायल भी कट्टपंथियों के चंगुल में फंस चुका है। हालात तो इतने बुरे हो गए हैं कि इजरायल पर आरोप तक लगा दिया गया है कि यूरोप में जो कुरान जलाई जा रही है वो इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के कहने पर किया गया है। इजरायल में इस साल की शुरुआत से ही लोग सरकार विरोधी रैलियों और प्रदर्शन का हिस्सा बन रहे हैं।
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ईरान ने आरोप लगाया है कि स्वीडन में जो कुरान जलाई गई है उसके पीछे इजरायल है। ईरान ने दावा किया है कि स्वीडन में कुरान जलाने वाला शख्स सलमान मोमिका मोसाद का एजेंट है। बता दें कि स्वीडन में रहने वाले 37 वर्षीय इराकी नागरिक सलवान मोमिका ने 28 जून को स्टॉकहोम मस्जिद के बाहर कुरान को कुचल दिया और कई पन्ने जला दिए, जिससे दुनिया भर के मुसलमानों में व्यापक गुस्सा फैल गया। ईरान के खुफिया मंत्रालय ने दावा किया कि कुरान को जलाने का मोमिका का कृत्य इजरायल का प्रोपेगेंडा है। इसका उद्देश्य फिलिस्तीनियों के खिलाफ इजरायली अभियानों से ध्यान भटकाना था। इसमें वेस्ट बैंक में जेनिन शरणार्थी शिविर पर हाल ही में इजरायली हमले का संदर्भ दिया गया था। ईरान ने कहा कि अपने भयावह अभियानों से ध्यान हटाने के लिए आपराधिक परियोजनाओं को लागू किया गया।
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यानी दुनियाभर के मुस्लिम देशों में इजरायल के खिलाफ नफरत की आग भड़काई जा रही है। ऐसा तब हो रहा है जब इजरायल मुस्लिम देशों के साथ पहली बार संबंध सुधारने की कोशिश कर रहा है। कई कट्टर मुस्लिम देश नहीं चाहते कि दूसरे मुस्लिम देश इजरायल से दोस्ती करें। ये मुस्लिम देश जानते हैं कि इजरायल ने इनसे दोस्ती कर ली तो जिहाद की दुकान बंद हो जाएगी।