जर्मनी के चांसलर ओलाफ शॉल्ज ने केन्या की यात्रा के दौरान, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई सीट पाने का प्रयास कर रहे अफ्रीकी देशों को समर्थन देने की पेशकश की है।
शॉल्ज ने अपने मेजबान राष्ट्रपति विलियम रूटो से कहा कि वह सूडान समस्या सहित अफ्रीकी मुद्दों के अफ्रीका नीत समाधान में यकीन रखते हैं।
रूटो के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद शुक्रवार को उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए जर्मनी संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थाई अफ्रीकी सीट और जी-20 के भीतर अफ्रीकी संघ के लिए औपचारिक सीट का समर्थन करता है।’’
वर्तमान में तीन अफ्रीकी देश गैबॉन, घाना और मोजाम्बिक परिषद के अस्थाई सदस्य हैं।
अफ्रीकी देशों को परिषद में कम से कम एक स्थाई सीट देने की मांग का अतीत में संयुक्त राष्ट्र महासचिव सहित कई नेताओं ने समर्थन किया है।
शॉल्ज ने सूडान में संघर्ष को लेकर चिंता जतायी और रूटो के मध्यस्थता प्रयासों की तारीफ की। सूडान में हालिया संघर्ष में सैकड़ों लोगों की मौत हुई है।
उन्होंने कहा कि युद्ध में शामिल दोनों जनरल को आम लोगों के लिए युद्ध बंद करना चाहिए।
जर्मन चांसलर ने कहा, ‘‘सेना और आरएसएफ को सत्ता के लिए अपना सैन्य संघर्ष बंद करना चाहिए। यह देश के लोगों के लिए खतरनाक है।