ब्राजील का गुस्सा उस वक्त सातवें आसमान पर पहुंच गया जब दर्जनों निर्वासित अप्रवासियों को लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका का विमान ने राजधानी में लैंड किया। ब्राजील की तरफ से अमेरिका पर अपने निर्वासित नागरिकों के अपमान का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं ब्राजील अमेरिका से स्पष्टीकरण भी मांगेगा। अमेरिका से निर्वासित लोग ब्राजील पहुंचे तो वे हथकड़ी में थे और उनके हाथ-पैर बंधे हुए थे। उतरने पर कुछ यात्रियों ने आरोप लगाया कि यात्रा के दौरान उन्हें दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा। अमेरिका के इसी कृत्य से ब्राजील भड़क उठा है। ब्राजील के विदेश मंत्रालय ने इस घटना के संबंध में अमेरिकी सरकार से स्पष्टीकरण मांगने की योजना बनाई है।
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अप्रवासियों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार
88 ब्राज़ीलियाई यात्रियों, 16 अमेरिकी सिक्योरिटी एजेंटों और आठ चालक दल के सदस्यों को ले जाने वाला विमान शुरू में दक्षिणपूर्वी राज्य मिनस गेरैस में बेलो होरिज़ोंटे में उतरने वाला था। हालाँकि, ब्राज़ील के न्याय मंत्रालय के अनुसार, तकनीकी समस्याओं के कारण इसे अमेज़ॅनस की राजधानी मनौस में लैंड करना पड़ा। न्याय मंत्रालय ने कहा कि मनौस शहर में इसके पहुंचने पर ब्राजील के अधिकारियों ने अमेरिकी अधिकारियों को तुरंत हथकड़ी हटाने का निर्देश दिया। न्याय मंत्री रिकार्डो लेवांडोव्स्की ने राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा को ब्राजील के नागरिकों के मौलिक अधिकारों की घोर उपेक्षा के बारे में सूचित किया। 31 वर्षीय कंप्यूटर तकनीशियन एडगर दा सिल्वा मौरा, संयुक्त राज्य अमेरिका में सात महीने हिरासत में बिताने के बाद विमान में आए यात्रियों में से एक था। उन्होंने बताया कि विमान में उन्होंने हमें पानी नहीं दिया। हमारे हाथ-पैर बांध दिए गए और वे हमें बाथरूम तक नहीं जाने देते थे। बहुत गर्मी थी और कुछ लोग बेहोश हो गये। 21 वर्षीय फ्रीलांसर लुइस एंटोनियो रोड्रिग्स सैंटोस ने तकनीकी समस्याओं के कारण एयर कंडीशनिंग के बिना चार घंटे के दौरान सांस संबंधी समस्याओं वाले लोगों के अनभवों का वर्णन किया।
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नागरिकों के अपमान पर फूटा ब्राजील का गुस्सा
अमेरिका से ब्राज़ील जाने वाली निर्वासन उड़ानों में हथकड़ी और अन्य प्रतिबंधों के इस्तेमाल की दक्षिण अमेरिकी देश में आलोचना हुई है। पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो ने भी इस तरह के कदमों को रोकने का आह्वान किया। ब्राज़ील की सरकार ने इस घटना को निर्वासितों के अधिकारों के लिए घोर उपेक्षा करार देते हुए आक्रोश व्यक्त किया। विदेश मंत्रालय ने फ्लाइट में यात्रियों के साथ अपमानजनक व्यवहार पर वाशिंगटन से स्पष्टीकरण मांगने की बात कही है। मंत्रालय ने एक्स पर एक बयान में कहा कि ब्राजील यात्रियों के साथ अपमानजनक व्यवहार के बारे में अमेरिकी सरकार से स्पष्टीकरण का अनुरोध करेगा। ब्राजील के मानवाधिकार मंत्री मैके एवरिस्टो ने खुलासा किया कि ऑटिज्म से पीड़ित बच्चे भी जहाज पर थे।
Brazilian citizens land in Brazil 🇧🇷 on a deportation flight from the USA 🇺🇸
They were sent home with their feet bound and their hands handcuffed.
The Brazilian gvmt demanded that hands and foot chains be removed once they reached Brazilian territory. pic.twitter.com/IwfSiZVMED