गुजरात जाइंट्स के खिलाफ शनिवार को होने वाले डब्ल्यूपीएल (महिला प्रीमियर लीग) के पहले मैच की तैयारी में जुटी मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि युवा भारतीय खिलाड़ियों के साथ बातचीत करना और शीर्ष स्तर के क्रिकेट के लिए उनकी समस्याओं से निकलने में उनकी मदद करना उनके एजेंडे में सबसे अहम होगा।
घरेलू खिलाड़ियों के लिए यह लीग बड़ा मौका प्रदान करेगी और वैसा ही काम करेगी जो पुरूष खिलाड़ियों के लिये 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग ने किया था।
हरमनप्रीत ने मैच की पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘युवा खिलाड़ियो के लिये टीम में सीनियर खिलाड़ियों से संवाद करना बहुत मुश्किल होता है। मैं सुनिश्चित करूंगी कि वे ऐसा कर सकें। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे अपने शुरूआती दिन की बात याद आती है जब मैं भारतीय टीम में आयी थी तो झूलू दी (झूलन गोस्वामी) और अंजुम दी (अंजुम चोपड़ा) ने मुझे काफी सहज महसूस कराया था। ’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘वे मेरे पास मुझसे बात करने आयी थीं। वे मेरे बारे में जानने के लिये भी काफी उत्सुक थीं। मैंने उनसे यही सीखा है और मैं इसी चीज का अनुकरण यहां अन्य लड़कियों के साथ करने की कोशिश करूंगी। ’’
व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम के कारण हरमनप्रीत को घरेलू और उभरती हुई खिलाड़ियों के साथ बातचीत करने का मौका नहीं मिला है जो वह टूर्नामेंट के दौरान करने की योजना बना रही हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘पहले मुझे इतना समय नहीं मिलता था कि मैं घरेलू खिलाड़ियों के बारे में ज्यादा जान सकूं या उनसे बात कर पाऊं कि वे किस तरह का क्रिकेट खेलना चाहती हैं और वे किस तरह का सुधार करना चाहती हैं। लेकिन अब मैं लीग में ऐसा कर पाऊंगी।