भारत के पक्के दोस्त इजरायल ने बांग्लादेश के कट्टर चरित्र को दुनिया के सामने बेनकाब कर दिया है। बांग्लादेश में हिंदुओं को बुरी तरह मारा जा रहा है। हिंदू लड़कियों का रेप किया जा रहा है। लेकिन एक भी मुस्लिम देश के नेता ने इस पर बयान नहीं दिया है। एक छोटे से हिजाब के लिए भारत को धमकाने वाला मुस्लिम संगठन ओआईसी भी कुछ नहीं बोला। भारत की लिबरल जमात और चुनिंदा पत्रकार बोल रहे हैं कि बांग्लादेश के हिंदू हमारे नहीं है। वो तो बांग्लादेश के हैं। लेकिन इजरायल ने इन सभी को जोरदार तमाचा मारा है।
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बांग्लादेश से आई हिंदुओं की तस्वीरों को देख यहूदियों का एक संगठन भड़क गया। इसके बाद भारत में इजरायल के राजदूत नायोर गिलोन बांग्लादेश के हिंदुओं की आवाज बन गए। सबसे पहले ऑस्ट्रेलिया के एक बड़े यहूदियों के संगठन ने कहा कि यहूदी होने के नाते हम जानते हैं कि कट्टर इस्लामी ताकते कैसे उत्पीड़न करती हैं। हमने बांग्लादेश से आई तस्वीरें देखी है, जिसमें हिंदुओं के साथ हिंसा हो रही है। हमारी संवेदना उनके साथ है। बांग्लादेश में जो हो रहा है वो कई देशों में हो चुका है। यही कट्टर इस्लाम का चरित्र है। हम चाहते हैं कि ऑस्ट्रेलिया की सरकार इस मु्द्दे पर बयान दे।
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भारत में इजरायली राजदूत नाओर गिलोन ने देश में बढ़ते विरोध प्रदर्शनों और अशांति के बीच बांग्लादेश में हिंदुओं और उनके मंदिरों सहित अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की खबरों पर चिंता जताई। गिलोन ने एक पोस्ट में कहा कि मैं बांग्लादेश में हिंदुओं सहित अल्पसंख्यकों और उनके मंदिरों के खिलाफ अत्याचार की खबरों से परेशान हूं। बांग्लादेश को अस्थिर राजनीतिक स्थिति का सामना करना पड़ रहा है और शेख हसीना ने बढ़ते विरोध के मद्देनजर 5 अगस्त को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली को समाप्त करने की मांग करने वाले छात्रों के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन ने सरकार विरोधी विरोध का रूप ले लिया।