बीजिंग। पूर्वी लद्दाख में 2020 के सैन्य गतिरोध के बाद से द्विपक्षीय संबंधों में आए तनाव के बावजूद चीन के सैकड़ों उत्साही लोगों ने शनिवार को 10वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। अधिकारियों ने बताया कि साल दर साल विभिन्न शहरों में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है, और इसमें खासकर युवाओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। बीजिंग में भारतीय दूतावास की ओर से शनिवार को आयोजित दो घंटे के लंबे कार्यक्रम में एक हजार से अधिक लोगों ने योग किया।
यह कार्यक्रम अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के एक दिन बाद सप्ताहांत की छुट्टी के दौरान आयोजित किया गया। चीन में भारत के राजदूत प्रदीप कुमार रावत, उनकी पत्नी श्रुति रावत और उप राजदूत अभिषेक शुक्ला के अलावा दूतावास के अधिकारी भी पुराने दूतावास परिसर में आयोजित विशेष कार्यक्रम में शामिल हुए। दूतावास से भारतीय संस्कृति के शिक्षक लोकेश शर्मा ने सामान्य योग शिष्टाचार का नेतृत्व किया, पुणे स्थित प्रसिद्ध कैवल्यधाम योग संस्थान के ध्यान विशेषज्ञ प्रो. डॉ. आरएस भोगल ने ध्यान पर विशेष सत्र आयोजित किए।
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कार्यक्रम चार संस्थानों – योगीयोग, वी योग, ओम शिव योग और हेमंत योग के सहयोग से आयोजित किया गया। भारतीय दूतावास में संस्कृति मामलों के प्रभारी (प्रथम सचिव) टी.एस. विवेकानंद ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ‘अष्टवक्रासन’ (आठ कोण वाली मुद्रा) में हाथ आजमाने वाले विजेता को पुरस्कृत किया गया।