पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने पंजाब प्रांत में पिछले साल नवंबर में हुई उनकी हत्या की कोशिश के मामले में शिकायतकर्ता उपनिरीक्षक की मौत की ‘‘उपयुक्त जांच’’ कराने की सोमवार को मांग की।
लाहौर से करीब 150 किमी दूर वजीराबाद इलाके में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष के दायें पैर में पिछले साल तीन नवंबर को तब गोलियां लगी थीं, जब बंदूकधारियों ने उन पर हमला कर दिया था। वह शीघ्र चुनाव कराने के लिए दबाव बनाने के वास्ते वहां एक ‘लॉन्ग मार्च’ का नेतृत्व कर रहे थे।
उपनिरीक्षक आमिर शहजाद भादर का दिल का दौरा पड़ने से रविवार को मौत हो गई।
वह इमरान पर हुए हमले के सिलसिले में दर्ज मामले में शिकायतकर्ता थे। भादर वजीराबाद स्थित सद्दर पुलिस थाने के प्रभारी थे।
खान (70) ने सोमवार को सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, ‘‘हम थाना प्रभारी आमिर शहजाद की अचानक हुई मौत की जांच की मांग करते हैं।’’
उन्होंने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के धनशोधन से जुड़े मामले में कुछ अन्य गवाहों की मौत होने का भी उल्लेख किया।
खान ने कहा, ‘‘एफआईए (संघीय जांच एजेंसी) के जांचकर्ता डॉ. रिजवान की मौत और शहबाज शरीफ के धनशोधन से जुड़े मामले के अन्य सभी गवाहों की मौत से जुड़ी रहस्यमय परिस्थितियों को याद करना भी जरूरी है।