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Australia: अदालत ने यहूदी स्कूल की पूर्व प्रधानाचार्य को यौन शोषण के मामले में दोषी करार दिया

ऑस्ट्रेलिया के एक यहूदी बालिका विद्यालय की पूर्व प्रधानाचार्य को दो छात्राओं का यौन शोषण करने के मामले में एक स्थानीय अदालत ने सोमवार को दोषी करार दिया।
इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया और इजराइल की सरकारों के बीच संबंधों को तनावपूर्ण बनाने वाली नौ साल लंबी कानूनी लड़ाई भी समाप्त हो गयी है।
तेल अवीव में जन्मी मल्का लीफर (56) को दुष्कर्म समेत 18 मामलों में दोषी ठहराया गया, जबकि नौ अन्य आरोपों से बरी कर दिया गया। जिन आरोपों से मल्का को बरी किया गया, जिनमें से पांच आरोप निकोल मेयर ने लगाए थे।

उल्लेखनीय है कि मल्का लीफर पर यौन शोषण के आरोप लगाने वाली तीनों पूर्व छात्राएं सगी बहनें हैं, जिनके नाम निकोल मेयर, डासी एर्लिच और एली सैपर हैं।
इस मामले से ऑस्ट्रेलिया में यहूदी समुदाय की प्रतिष्ठा को भी ठेस पहुंची है।
इस मामले की सुनवाई के दौरान मल्का लीफर शांत बैठी रही और उसने कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं क। मल्का को जिन दो पूर्व छात्राओं का यौन शोषण करने का दोषी ठहराया गया है, वे फैसले के समय अदालत में मौजूद थीं।
अभियोजकों ने दावा किया कि मल्का लीफर ने 2003 से 2007 के बीच एडास इजराइल स्कूल में छात्राओं का यौन शोषण किया था। एडास इजराइल स्कूल मेलबर्न में स्थित एक अति-रूढ़िवादी स्कूल है।

गौरतलब है कि 2008 में लीफर के खिलाफ पहली बार आरोप लगने के बाद वह इजराइल भाग गई थी। 2014 में उसके खिलाफ आरोप तय किए जाने के बाद उसके प्रत्यर्पण के लिए दोनों देशों के बीच लंबी खींचतान चली। प्रत्यर्पण की लंबी प्रक्रिया के बाद 2021 में उसे वापस ऑस्ट्रेलिया लाया गया।
समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, वह आमतौर पर यौन शोषण पीड़िता के नाम को उजागर नहीं करती है, लेकिन इन तीनों बहनों ने मीडिया के समक्ष अपनी पहचान जाहिर करने का फैसला किया था।

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