एस्टोनिया में रविवार को हुए संसदीय चुनाव में प्रधानमंत्री काजा कलास की मध्य-दक्षिणपंथी रिफॉर्म पार्टी ने जीत दर्ज कर ली है।
रिफॉर्म पार्टी को यूरोप में यूक्रेन के सबसे मुखर समर्थकों में से एक माना जाता है।
एस्टोनिया की 101 सदस्यीय संसद (रिइगिकोगु) के लिए रविवार को हुए चुनाव में नौ राजनीतिक दलों ने अपने उम्मीदवार उतारे थे। नौ लाख से अधिक लोग आम चुनाव में मतदान करने के पात्र थे।
सोमवार दोपहर जारी प्रारंभिक नतीजों के मुताबिक, तीन दलों वाली गठबंधन सरकार के प्रमुख दल रिफॉर्म पार्टी ने सर्वाधिक 31.2 प्रतिशत मत हासिल किए हैं। वहीं, ईकेआरई 16.1 फीसदी मतों के साथ दूसरे स्थान पर है।
शुरुआती नतीजों के अनुसार, रिफॉर्म पार्टी को रिइगिकोगु की 101 सीटों से 37 सीटों पर जीत हासिल हुई। यह संख्या 2019 के चुनावों में मिली कुल सीटों से तीन अधिक है।
वहीं, ईकेआरई के खाते में 17 सीटें गई हैं। पार्टी ने चार साल पहले हुए चुनावों में 19 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
प्रधानमंत्री कलास ने राजधानी ताल्लिन के एक होटल में पार्टी नेताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, “यह परिणाम, जो अभी अंतिम नहीं है, हमें एक अच्छी सरकार बनाने के लिए एक मजबूत जनादेश देगा।”
आम चुनाव में कलास की पार्टी का मुकाबला ‘कंजर्वेटिव पीपुल्स पार्टी ऑफ एस्तोनिया’ (ईकेआरई) से था, जो यूक्रेन युद्ध में एस्टोनिया के दखल को कम करने पर जोर देती है और देश की उच्च मुद्रास्फीति दर के लिए वर्तमान सरकार को दोषी ठहराती है।
चुनाव में एस्टोनिया के जातीय-रूसी अल्पसंख्यकों द्वारा समर्थित सेंटर पार्टी को 15.3 प्रतिशत मत मिले हैं। वहीं, एक छोटी उदार मध्यमार्ग पार्टी ईस्टी 200 ने 14 फीसदी मत हासिल कर सबको चौंका दिया है।
प्रारंभिक नतीजों के मुताबिक, छह पार्टियों को एस्टोनियाई संसद में दस्तक देने के लिए आवश्यक पांच प्रतिशत मत प्राप्त करने में सफलता मिली है।