पाकिस्तान में आम चुनाव जल्द कराने को लेकर विपक्ष के दबाव के बावजूद सत्ताधारी गठबंधन देश के मौजूदा प्रधान न्यायाधीश उमर अता बांदियाल की सेवानिवृत्ति से पहले चुनाव कराने के लिए तैयार नहीं है। एक मीडिया रिपोर्ट में शनिवार को यह जानकारी दी गई।
न्यायमूर्ति बांदियाल (64) की सेवानिवृत्ति तिथि 16 सितंबर, 2023 है और उनकी जगह न्यायमूर्ति काजी फैज ईसा को प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किया जाना निर्धारित है जो कि शीर्ष अदालत के दूसरे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं।
सत्तारूढ़ गठबंधन 16 सितंबर के बाद किसी समय चुनाव कराने की तिथि पर विचार कर रहा है।
यह खबर सत्ताधारी पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के जनकार सूत्र के हवाले से दी गई है।
न्यायमूर्ति बांदियाल को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का करीबी माना जाता है। इसलिए सत्ताधारी गठबंधन उनकी सेवानिवृत्ति तक चुनाव टालना चाहता है।
अतीत में सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ नेताओं द्वारा दिये गये संकेत के विपरीत सूत्र ने संसद का कार्यकाल बढ़ाने से भी इनकार किया।
सूत्र ने कहा, ‘‘हम 13 अगस्त से आगे नहीं बढ़ेंगे।’’
मौजूदा नेशनल असेंबली का कार्यकाल 13 अगस्त को समाप्त होगा। यह भी कहा गया कि इस तिथि से आगे जाने का मतलब होगा कि सत्ताधारी गठबंधन को राजनीतिक रूप से बहुत नुकसान होगा।
सूत्र के हवाले से कहा गया कि यदि पीडीएम और पीटीआई चुनावी तारीख को लेकर सहमति बनाने के लिए बातचीत जारी रखते हैं, तो जुलाई में नेशनल असेंबली को भंग किया जा सकता है पर किसी भी सूरत में इसे जून में भंग नहीं किया जाएगा।