श्रीलंकाई पुलिस ने स्वतंत्र निर्वाचन आयोग के सदस्यों को टेलीफोन पर कथित रूप से मिली धमकियों की जांच शुरू की है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
पुलिस प्रवक्ता निहाल थल्दुवा ने बताया कि अदालत से टेलीफोन रिकॉर्ड खंगालने के आदेश मिल चुके हैं।
उन्होंने बताया कि 19 जनवरी को आयोग के दो सदस्यों एस. बी. दिवारत्ने और के. पी. पथिराना ने शिकायत दर्ज करायी थी कि उन्हें इस्तीफा देने के लिए टेलीफोन पर धमकी मिली। बाद में अन्य सदस्य एम. एम. मोहम्मद को भी इसी तरह की धमकियां मिली थीं।
चौथी सदस्य पी. एस. एम. चार्ल्स ने कथित तौर पर अपने इस्तीफे की पेशकश की थी।
विपक्ष ने आरोप लगाया कि यह सरकार ही है जो नौ मार्च को होने वाले स्थानीय चुनाव को स्थगित करने की इच्छुक है।
विपक्ष ने सत्तारूढ़ एसएलपीपी सदस्यों के इस बयान की ओर इशारा किया कि मौजूदा आर्थिक संकट की स्थिति चुनाव कराने के लिए उपयुक्त नहीं है और विदेशी मुद्रा भंडार के फलस्वरूप पटरी से उतरी देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने पर अभी पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए।
विपक्ष का दावा है कि निर्वाचन आयोग के सदस्यों के इस्तीफे से चुनाव स्थगित हो जाएगा।
हालांकि, आयोग के अध्यक्ष एस. जी. पुंछीहेवा ने कहा कि चुनाव केवल अदालत के आदेश या संसद के अधिनियम द्वारा ही स्थगित किया जा सकता है।