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Syria: प्राणघातक भूकंप ने विस्थापितों की जिंदगी और मुश्किल की

सीरिया के पश्चिमोत्तर हिस्से में विद्रोहियों के कब्जे वाले दरकुश शहर के अस्पताल सोमवार को प्राणघातक भूकंप के बाद घायलों से भर गए जहां पर महिलाएं अपने रोते बच्चों को चुप कराने की जद्दोजहद करती नजर आईं।
इस अफरातफरी के माहौल में एक व्यक्ति आश्चर्य की मुद्रा में बैठा था और उसके चेहरे पर भी खरोंचों के निशान थे। ओसामा अब्दुल हमीद बड़ी मुश्किल से नजदीकी अजमरिन गांव स्थित अपार्टमेंट इमारत से अपनी पत्नी और चार बच्चों के साथ जिंदा निकला था, लेकिन उसके पड़ोसी इतने खुशनसीब नहीं थे।

अब्दुल हमीद ने कहा, ‘‘चार मंजिला इमारत थी और तीन तलों से कोई जिंदा नहीं निकल पाया।’’ उसने रोते हुए कहा, ‘‘ईश्वर ने हमें नयी जिंदगी बख्शी है।’’
उल्लेखनीय है कि सोमवार तड़के आए 7.8 तीव्रता के भूकंप ने सीरियाई विद्रोहियों के कब्जे में बचे आखिरी इलाके में तबाही मचाई है जहां पहले से ही सालों से जारी युद्ध के कारण अवंसरचना बर्बाद हो चुकी है और गृहयुद्ध से प्रभावित लाखों लोगों ने शरण ली है।
इदलिब प्रांत के केंद्र में स्थित इस शहर के अस्पतालों और क्लिनिक में घायलमरीजों की बाढ़ आ गई है।

इनमें से कई अस्थायी शिविरों में दयनीय जीवन जी रहे थे। कई पड़ोस में सरकार के कब्जे वाले इलाकों में रहते थे और वे जिन इमारतों में रहते थे वे पहले ही बमबारी से कमजोर हो चुकी थीं तथा इस भूकंप से और खतरनाक हो गई हैं।
ब्रिटेन से कार्यरत युद्ध निगरानीकर्ता सीरियन आब्जेर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक, 58 गांवों, कस्बों और शहरों में भूकंप की वजह से इमारतें या तो पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

नार्वे शरणार्थी परिषद के मध्य पूर्व निदेशक कार्स्टन हैनसन ने कहा,‘‘ इस आपदा ने सीरियावासियों की पीड़ा को और बढ़ा दिया है जो पहले ही गंभीर मानवीय संकट का सामना कर रहे थे।’’ उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘युद्ध के कारण लाखों लोगों को अपने-घर बार छोड़ विस्थापित होना पड़ा और अब इस आपदा की वजह से कई और को विस्थापित होना पड़ेगा।’’
अस्पताल के जनरल सर्जन मजदी अल इब्राहिम ने कहा कि अस्पताल के संसाधनों के मुकाबले घायलों की संख्या बहुत अधिक है।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें तत्काल मदद की जरूरत है। खतरा हमारी क्षमता से कहीं बढ़कर है।’’
उत्तरी सीरिया और दक्षिणी तुर्किये में अस्पतालों को चलाने वाली सीरियन अमेरिकन सोसाइटी ने कहा कि उसके अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और उन्हें तत्काल ट्रामा आपूर्ति की जरूरत है ताकि जिंदगियों को बचाया जा सके और घायलों का इलाज किया जा सके।

यह आपदा ऐसे समय आई है जब कड़ाके की सर्दी और हवाएं चल रही हैं तथा इससे उन लोगों की मुश्किल और बढ़ गई है जिनके पास सिर छिपाने की जगह नहीं है।
तुर्किये समर्थित क्षेत्रीय प्रशासन के आर्थिक मामलों के मंत्री अब्देल हकीम मसरी ने एसोसिएटेड प्रेस से कहा, ‘‘बारिश हो रही है और मौसम बहुत सर्द है, कुछ इलाकों में बर्फबारी हो रही है।’’
उन्होंने रेखांकित किया कि भूकंप की वजह से विस्थापितों के शिविर ध्वस्त हो गए हैं।

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