यूक्रेन में पर्यटकों की पंसदीदा जगह के रूप में खास पहचान रखने वाले बखमुत शहर को लंबे समय से जारी युद्ध की भारी कीमत चुकानी पड़ी है। कभी पर्यटकों से गुलजार रहने वाला शहर अब सुनसान दिखाई पड़ता है।
बखमुत में लेकसाइड पार्क के आसपास टहलते हुए पर्यटकों को 19वीं सदी के आखिरी समय की इमारतें आकर्षित किया करती थीं। साथ ही इस शहर में बनीं ऐतिहासिक गुफाएं भी खासा आकर्षण का केंद्र हुआ करती थीं।
हालांकि, पिछले साल से रूस के साथ जारी युद्ध के कारण बखमुत शहर में तबाही के निशान साफ दिखाई पड़ते हैं।
रूस की सीमा से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित नमक और जिप्सम की खदानों वाला यह शहर कभी पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्स्क प्रांत का लोकप्रिय पर्यटन स्थल हुआ करता था।
भारी बमबारी के बावजूद रूसी सैन्य बल इस शहर को अपने नियंत्रण में नहीं ले सके, लेकिन लगातार हमलों के चलते स्थानीय नागरिकों को विस्थापित होने को मजबूर होना पड़ा। यूक्रेनी सैनिक पेट्रो वोलोसेंको ने कहा, ‘‘अब यह शहर धरती का नरक बन चुका है। इसके हालात बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।’’
उन्होंने कहा कि यह शहर धीरे-धीरे लगभग तबाह हो गया और इमारतें वीरान पड़ी हैं तथा घरों के खिड़की-दरवाजे और छत क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
वोलोसेंको ने बताया कि युद्ध से पहले बखमुत शहर की आबादी लगभग 80,000 थी जबकि वर्तमान में यहां कुछ हजार लोग ही बचे हैं। उन्होंने बताया कि बचे हुए लोग भी बमुश्किल ही रोशनी देख पाते हैं क्योंकि वे भी सुरक्षा के लिहाज से सुरंगों में छिपे रहने को मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि शहर में अब भी धमाकों की गूंज सुनी जा सकती है।