नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री और प्रौद्योगिकी कार्यकारी स्टीव ली स्मिथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि रूस, जापान और अमेरिका जैसे बड़े दिग्गजों को पछाड़कर अपने चंद्र मिशन को हासिल करने में भारत के ‘साहसिक’ लक्ष्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
स्मिथ भारत के ‘चंद्रयान-3’ मिशन का जिक्र कर रहे थे जिससे भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र में सफलतापूर्वक अंतरिक्ष यान उतारने वाला पहला देश बन गया।
अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री यहां देश के पहले ‘इंटरनेशनल जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ (जेनएआई) सम्मेलन में ‘‘स्काईवॉकर से सीखे गए पाठ’’ विषय पर एक सत्र में बोल रहे थे।
सम्मेलन का आयोजन केरल राज्य औद्योगिक विकास निगम (केएसआईडीसी) द्वारा आईबीएम के सहयोग से किया गया।
स्मिथ ने भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला के साथ अपनी दोस्ती को याद किया। उन्होंने अंतरिक्ष यात्री कार्यक्रम के लिए आवेदन करने पर नासा द्वारा खुद को चार बार खारिज कर दिए जाने की बात भी बताई।