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ये तो बहुत गलत बात है…अमेरिका से भारत को मिला F-35 फाइटर जेट का ऑफर, गिड़गिड़ाने लगा पाकिस्तान

प्रधानमंत्री मोदी से हुई वातचीत में उन्हें काफी सराहा और कई मुद्दों पर भारत के रुख को गंभीरता से समझने की कोशिश की। मोदी संग साइड प्रेस कॉन्फ्रेंस में अल-कायदा, ISIS, जैम, लश्कर जैसे आतंकी संगठनों से भारत के साथ मिलकर लड़ने की तात कही गई। ट्रंप ने भारत-चीन विवाद में मदद की पेशकश की, लेकिन भारत ने तीसरे पक्ष की भूमिका को पहले की तरह खारिज किया। बयान में अपना नाम देख पाकिस्तान नाराज हुआ। अमेरिका ने भारत को अपना पांचवीं पीढ़ी का फाइटर जेट F-35 देने की पेशकश की। ट्रंप ने ऐलान किया कि भारत व्यापार घाटे को कम करने के लिए अमेरिका से F-35 समेत पहले से ज्यादा तेल,  गैस और सैनिक साजो सामान लेगा। 

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भारत उन देशों के विशिष्ट समूह का हिस्सा होगा जो जेट खरीदने के लिए प्राधिकारी हैं। इन देशों में नाटो सदस्य, जापान और इज़राइल शामिल हैं। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने मीडिया को अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के कदम क्षेत्र में सैन्य असंतुलन को बढ़ाते हैं और रणनीतिक स्थिरता को कमजोर करते हैं। वे दक्षिण एशिया में टिकाऊ शांति के उद्देश्य को हासिल करने में मददगार नहीं हैं। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों से दक्षिण एशिया में शांति और सुरक्षा के मुद्दों पर समग्र और वस्तुनिष्ठ दृष्टिकोण अपनाने और जमीनी वास्तविकताओं से अलग एकतरफा रुख अपनाने से बचने का आह्वान किया। ट्रंप-मोदी मुलाकात से पाकिस्तान इस हद तक बौखला गया कि देश ने विदेश मंत्री इशाक डार की अगले हफ्ते न्यूयॉर्क यात्रा की घोषणा कर दी. जबकि डार पहले से ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक उच्च स्तरीय बैठक में भाग लेने वाले थे, विदेश कार्यालय ने कहा कि पाकिस्तान भारत-अमेरिका संयुक्त बयान के संबंध में भी अपनी चिंताओं को उठाएगा।

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पाकिस्तान ने अमेरिका-भारत संयुक्त बयान में अपनी धरती से आतंकवाद के कथित प्रसार का संदर्भ दिए जाने पर आपत्ति जताई और इसे एकतरफा, भ्रामक और कूटनीतिक मानदंडों के विपरीत करार दिया। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने अमेरिका द्वारा भारत को हथियारों की बिक्री पर चिंता भी व्यक्त की और कहा कि इससे क्षेत्र में सैन्य असंतुलन बढ़ेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान से आह्वान किया कि वह 26/11 के मुंबई हमलों के साजिशकर्ताओं को न्याय के कठघरे में लाने के लिए अपने प्रयास में तेजी लाए। ट्रंप ने इस नृशंस हमले के मुख्य साजिशकर्ता तहव्वुर राणा को भारत को प्रत्यर्पित करने को मंजूरी देने की घोषणा की है। खान ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि पाकिस्तान इस बात से आश्चर्यचकित है कि अमेरिका के साथ पाकिस्तान के आतंकवाद-रोधी सहयोग के बावजूद संयुक्त बयान में इस संदर्भ को जोड़ा गया है। उन्होंने कहा, हम 13 फरवरी 2025 के भारत-अमेरिका संयुक्त वक्तव्य में पाकिस्तान-विशिष्ट संदर्भ को एकतरफा, भ्रामक और कूटनीतिक मानदंडों के विपरीत मानते हैं। 
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