भारत और न्यूजीलैंड ने कृषि क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई है। एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गई है।
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और न्यूजीलैंड के व्यापार एवं निर्यात वृद्धि तथा कृषि मंत्री डेमियन ओ कॉनर के बीच यहां एक बैठक हुई।
मंगलवार को जारी एक सरकारी बयान में कहा गया, ‘‘दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच कृषि सहयोग और साझेदारी को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता दोहराई।’’
बैठक में तोमर ने भारत और न्यूजीलैंड के बीच संबंधों के महत्व और इसकी निरंतर प्रगति का उल्लेख किया।
उन्होंने 14 साल के अंतराल के बाद संयुक्त व्यापार समिति की बहाली और इसके ढांचे के तहत कृषि उत्पादों के लिए बाजार पहुंच के मुद्दों पर चर्चा शुरू होने की बात को रेखांकित किया।
तोमर ने भारतीय अनार के दानों को बाजार तक पहुंच प्रदान करने और भारत में एमएसएएमबी वीएचटी सुविधा से आम के आयात पर निलंबन हटाने के लिए न्यूजीलैंड के मंत्री को भी धन्यवाद दिया।
उन्होंने न्यूजीलैंड के मंत्री को वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष के रूप में मनाने की भारत की पहल के बारे में जानकारी दी और मोटे अनाज के स्वास्थ्य और अन्य लाभ को बढ़ावा देने में उनका सहयोग मांगा।
बयान में कहा गया, ‘‘दोनों मंत्रियों ने बागवानी के समग्र विकास के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग ज्ञापन (एमओसी) में परिकल्पित साझेदारी की क्षमता पर जोर दिया।’’मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच व्यापार वाली कृषि वस्तुओं की गुणवत्ता और सुरक्षा बनाए रखने के प्रति प्रतिबद्धता जताई और स्वच्छता उपायों और प्रणालियों पर काम करना जारी रखने का संकल्प लिया।
उन्होंने एक टिकाऊ और जलवायु-सहिष्णु कृषि प्रणाली विकसित करने के महत्व पर भी चर्चा की।