भारत एक ऐसी रणनीति पर काम कर रहा है जिसने पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है। कई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत ने 20 खास डिप्लोमैट भेजे हैं। ये डिप्लोमैट्स ऐसे मिशन पर गए हैं जो पूरा हो गया तो भारत तहलका मचा देगा। दरअसल, भारत ने 20 देशों की पहचान की है जो अपनी आत्मरक्षा के लिए हथियार खरीदना चाहते हैं, मगर उनके पास ज्यादा पैसा नहीं है। भारत अब इन देशों को कम ब्याज पर लोन देने के लिए तैयार हो गया है। ताकी ये हथियार खरीद सके। लेकिन यहां सबसे जबरदस्त बात ये है कि इन देशों को भारत के ही हथियार खरीदने होंगे। यानी भारत ही इन देशों को लोन देगा और उसी लोन से ये देश भारत से हथियार खरीदेंगे। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि जो पैसा दिया जाएगा वो लोन है और इन देशों को वो चुकाना होगा। इसका सबसे बड़ा फायदा ये होगा कि भारत को अपना पैसा तो वापस मिल ही जाएगा। लेकिन इन देशों में भारत के हथियार धूम मचा देंगे।
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भारत इन देशों को हथियार एक्सपोर्ट करने वाला सबसे बड़ा देश बन जाएगा। भारत इंपोर्ट एक्सपोर्ट बैंक यानी एक्सिम बैंक के माध्यम से हथियार खरीदने वाले देशों को कर्ज मुहैया कराने का फैसला किया है। एक्सिम बैंक का फायदा उन देशों को मिलेगा जो राजनीति अस्थिरता या कम क्रेडिट रेटिंग की वजह से महंगे कर्ज नहीं उठा पाते। लेकिन मार्च 2026 तक, भारत अल्जीरिया, मोरक्को, गुयाना, तंजानिया, अर्जेंटीना, इथियोपिया और कंबोडिया जैसे देशों में 20 नए रक्षा अताशे (सैन्य राजनयिक) तैनात करने की योजना बना रहा है। इन देशों की पहचान भारतीय रक्षा निर्यात के विस्तार के लिए प्रमुख बाजारों के रूप में की गई है। इस प्रयास का समर्थन करने के लिए, भारत पश्चिमी देशों के सैन्य राजनयिकों को इन लक्षित क्षेत्रों में फिर से तैनात करेगा। इन अताशे को भारतीय हथियारों को बढ़ावा देने और मेजबान देशों की रक्षा जरूरतों का आकलन करने का काम सौंपा गया है।
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ये ऋण राजनीतिक अस्थिरता या कम क्रेडिट रेटिंग के कारण सीमित वित्तीय क्षमताओं वाले देशों की सहायता के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। रॉयटर्स के अनुसार, सरकारी स्रोतों का हवाला देते हुए, भारत इन ऋणों को अनुकूल ब्याज दरों और विस्तारित पुनर्भुगतान शर्तों पर देने की योजना बना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारत को वैश्विक फैक्ट्री फ्लोर में बदलने की कोशिश ने अरबों डॉलर के कम कीमत वाले आईफोन और फार्मास्यूटिकल्स का उत्पादन किया है। अब उन्हें विदेशी सरकारों की शॉपिंग कार्ट में मिसाइल, हेलीकॉप्टर और युद्धपोत जोड़ने की उम्मीद है। यूक्रेन के बाद दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक देश सरकारी स्वामित्व वाले एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बैंक (EXIM) की क्षमता का विस्तार कर रहा है, ताकि ग्राहकों को दीर्घकालिक, कम लागत वाले ऋण प्रदान किए जा सकें, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जिनकी राजनीतिक या क्रेडिट जोखिम प्रोफ़ाइल पारंपरिक वित्तपोषण तक उनकी पहुँच को सीमित कर सकती है।