यूक्रेन को लेकर अमेरिका और रूस के बीच तनाव के बीच भारत 1 और 2 मार्च को नई दिल्ली में जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की मेजबानी करने के लिए तैयार है। दोनों देशों के नेताओँ की ये यात्राएं की टाइमिंग इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि बैठक 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ रूसी युद्ध की वर्षगांठ के कुछ ही दिन बाद ये आगमन हो रहा है।
इसे भी पढ़ें: United Nations महासभा ने यूक्रेन को लेकर गैर बाध्यकारी प्रस्ताव पारित किया, भारत मतदान से दूर रहा
द प्रिंट की रिपोर्ट के अनुसार दोनों नेताओं के बीच किसी द्विपक्षीय बैठक की योजना है या नहीं सूत्रों ने यह बताने से इनकार कर दिया। सूत्रों ने संकेत दिया कि दोनों के जी-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर मिलने की संभावना नहीं है, जिसकी भारत मेजबानी कर रहा है। ब्लिंकन और लावरोव दोनों विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात करेंगे।
इसे भी पढ़ें: Shaurya Path में Brigadier DS Tripathi ने बताया- देश के समक्ष रक्षा-सुरक्षा की कौन-सी बड़ी चुनौतियां हैं?
इसमें कहा गया है कि अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में प्रगतिशील टकराव, वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए बढ़ते जोखिम और पश्चिमी राजनीतिक शासन द्वारा वास्तव में धमकाने” की पृष्ठभूमि के खिलाफ जी 20 के माध्यम से राजनयिक वार्ता की मांग बढ़ी है। अमेरिकी विदेश विभाग ने शुक्रवार को ब्लिंकन की यात्रा की घोषणा की और कहा कि वह जी20 बैठक के लिए 1 मार्च को भारत की यात्रा करेंगे। ये बैठक बहुपक्षवाद को मजबूत करने और खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, सतत विकास, नशीले पदार्थों का मुकाबला, वैश्विक स्वास्थ्य, मानवीय सहायता पर सहयोग को गहरा करने पर ध्यान केंद्रित करेगी। विदेश विभाग ने कहा कि ब्लिंकेन “हमारी मजबूत साझेदारी की पुष्टि करने के लिए” भारत सरकार के अधिकारियों और नागरिक समाज से मिलेंगे।