विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर गाजा में इजरायल और हमास के बीच शत्रुता समाप्त होने का स्वागत किया है। दोनों परस्पर विरोधी पक्ष युद्धविराम समझौते पर पहुंच गए। भारत ने गाजा में बंधकों की रिहाई के समझौते का स्वागत करते हुए कहा कि हम बंधकों की रिहाई के समझौते और गाजा में युद्धविराम की घोषणा का स्वागत करते हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि उम्मीद है कि इस समझौते से गाजा के लोगों तक मानवीय सहायता की सतत आपूर्ति सुरक्षित तरीके से हो सकेगी। हमने लगातार सभी बंधकों की रिहाई, युद्धविराम और बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का आह्वान किया है।
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मध्य पूर्व में एक बड़ी सफलता में इज़राइल और हमास बुधवार को गाजा में युद्धविराम समझौते पर सहमत हुए। यह घटनाक्रम व्हाइट हाउस द्वारा ट्रम्प के मध्य पूर्व दूत को महीनों से चल रही बातचीत में शामिल करने के बाद आया है। संयुक्त राष्ट्र ने भी इस समझौते का स्वागत किया है। इस समझौते को महत्वपूर्ण पहला कदम बताया है, जबकि यह पार्टियों से फिलिस्तीनियों, इजरायलियों और व्यापक क्षेत्र के बेहतर भविष्य के लिए एक विश्वसनीय राजनीतिक मार्ग स्थापित करने के लिए इस अवसर का लाभ उठाने का आग्रह करता है।
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संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटेरेस ने बुधवार को कहा कि मैं गाजा में युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के लिए समझौते की घोषणा का स्वागत करता हूं। गुटेरेस ने इस सौदे को कराने में समर्पित प्रयासों के लिए मिस्र, कतर और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित मध्यस्थों की भी सराहना की।