इंडियन ओवरसीज कांग्रेस ने लंदन के पार्लियामेंट स्क्वायर में गांधी प्रतिमा पर लंदन में एक सांसद के रूप में राहुल गांधी की अयोग्यता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस की तरफ से केंद्र के कदम को ‘अलोकतांत्रिक’, ‘असंवैधानिक’ और ‘असंसदीय’ बताया। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख कमल धालीवाल ने कहा कि राहुल गांधी को अयोग्य ठहराना लोगों में डर पैदा करने का एक प्रयास है, यह दिखाने के लिए कि अगर आप सरकार या भाजपा के खिलाफ जाते हैं तो कुछ भी हो सकता है। मोदी सरनेम वाली टिप्पणी को लेकर 2019 के मानहानि मामले में उनकी सजा को अधिकतम किया गया ताकि उन्हें अयोग्य ठहराया जा सके। यह अडानी मुद्दे से देश को विचलित करने के लिए एक कार्य है।
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सूरत की अदालत ने उन्हें उनकी टिप्पणी के लिए 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराया, जिसके एक दिन बाद लोकसभा सचिवालय ने गांधी को केरल के वायनाड से सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया। राहुल ने सूरत में सभी चोरों का उपनाम मोदी कैसे हो सकता है जैसी टिप्पणी के लिए दोषी ठहराए गए थे। आईओसी सचिव आसरा अंजुम ने कहा कि भारत में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाया जा रहा है। भारत एक लोकतंत्र है और राहुल गांधी को संसद में अपनी बात रखने की अनुमति दी जानी चाहिए।
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महात्मा गांधी के चरणों में फूल चढ़ाए गए, जो उनके द्वारा चलाए गए शांतिपूर्ण लेकिन सशक्त आंदोलन और उसके साथ परिवार के जुड़ाव के प्रतीक थे। आईओसी ने कहा कि यह तो शुरुआत है, अगर भारत में राहुल गांधी के खिलाफ कार्रवाई तेज होती है तो इस तरह के और विरोध प्रदर्शन बड़े पैमाने पर किए जाएंगे।