अमेरिका में ट्रम्प की हत्या की साजिश के कनेक्शन पाकिस्तान और ईरान से जुड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। 13 जुलाई को ट्रम्प पर गोली चली थी और इसमें अब रोज नए नए खुलासे हो रहे हैं। जिसमें बताया गया है कि ट्रम्प की हत्या के लिए बाकायदा सुपारी किलर्स को पैसे दिए गए थे। उन्हें हायर किया गया था। लेकिन हत्या की साजिश रचने वाले मास्टरमाइंड की एक गलती की वजह से ये सारा प्लान खुल गया। अमेरिका की खुफिया एजेंसी एफबीआई के सूत्रों के मुताबिक ट्रम्प की हत्या के लिए बाकायदा सुपारी दी जा चुकी थी। हमलावर तैनात किए जा चुके थे।
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वो जुलाई से सितंबर तक कभी भी ट्रम्प पर टारगेट सेट कर सकते थे। लेकिन उससे पहले ही उन्हीं सुपारी किलर्स का सरगना धरा गया। जिसके बाद बहुत बड़ा खुलासा सामने आया। ट्रम्प की हत्या की साजिश के साथ साथ अमेरिका के कई नेताओं की हत्या की तैयारी थी। इस पूरी साजिश में गिरफ्तार हुए सरगना का पाकिस्तान से लेकर ईरान तक का कनेक्शन सामने आया है। अभियोजक ने कहा कि 12 जुलाई को आसिफ कथित हिट लोगों से मिलने के तुरंत बाद अमेरिका छोड़ने की तैयारी कर रहा था। उनका मानना था कि वे हत्याएं करेंगे, लेकिन गुप्त कानून प्रवर्तन अधिकारी थे। उसे गिरफ्तार कर लिया गया और वर्तमान में वह संघीय हिरासत में था।
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अदालत के दस्तावेजों से पता चलता है कि आसिफ ने कहा कि वह अमेरिका में ऐसे व्यक्तियों को निशाना बनाना चाहता था जो पाकिस्तान और दुनिया (इस्लामी दुनिया) को नुकसान पहुंचा रहे हैं”, उन्होंने आगे कहा कि ये सिर्फ सामान्य लोग नहीं हैं। एफबीआई का मानना है कि उसने किसी भी हमले से पहले आसिफ की साजिश को नाकाम कर दिया था, लेकिन ट्रम्प के खिलाफ ईरान के ज्ञात खतरे को देखते हुए, अमेरिकी गुप्त सेवाओं को खुफिया जानकारी प्रदान की गई, जिससे पूर्व राष्ट्रपति के लिए सुरक्षा सुरक्षा बढ़ गई, अधिकारियों ने कहा है। अमेरिका पहुंचने के बाद आसिफ ने किसी ऐसे व्यक्ति से संपर्क किया जिसके बारे में उसका मानना था कि वह भाड़े के बदले हत्या की साजिश में उसकी मदद करेगा।