ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने सोमवार को कहा कि वह मिस्र और ईरान के बीच पूर्ण राजनयिक संबंधों की बहाली का ‘स्वागत’ करेंगे।
उनके इस बयान से काहिरा और तेहरान के बीच दशकों से जारी तनाव के बाद संबंध सामान्य होने की संभावना बढ़ गई है। ईरानी सरकारी टेलीविजन के मुताबिक ओमान के सुल्तान हैथम बिन तारिक के साथ बैठक में खामनेई ने यह टिप्पणी की। 2020 में सत्ता संभालने के बाद सुल्तान की ईरान की पहली यात्रा है।
मिस्र और ईरान के संभावित रूप से संबंधों को बहाल करने के संकेत बढ़ रहे हैं। कुछ समय पहले, चीन की मध्यस्थता के बाद सऊदी अरब और ईरान वर्षों के तनाव को दूर कर सुलह को राजी हुए थे।
मिस्र आर्थिक सहायता के लिए सऊदी अरब और तेल से संपन्न अन्य खाड़ी अरब देशों पर निर्भर है।
खामनेई ने कथित तौर पर कहा है, ‘‘हम इसका स्वागत करते हैं और इस संबंध में कोई समस्या नहीं है।’’
खामनेई के बयान पर मिस्र की तरफ से अभी कोई टिप्पणी नहीं आई है। वर्ष 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद अनवर सादात के शासनकाल में मिस्र ने ईरान से संबंध तोड़ लिए थे।
इस बीच, ईरान के राष्ट्रपति से जुड़ी कुछ वेबसाइट को हैक करने का मामला सामने आया है। कुछ बेबसाइट में सोमवार को एक निर्वासित विपक्षी समूह के दो नेताओं की तस्वीरें थीं, अन्य में खामनेई और राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की तस्वीरें दिखाई दे रही थीं। ‘घयाम सारनेगौनी’ नामक हैकरों के एक समूह ने ईरान के राष्ट्रपति कार्यालय से जुड़ी वेबसाइट हैक करने की जिम्मेदारी ली है।