दक्षिणी ईरान में मारे गए सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की कब्र के पास हुए घातक दोहरे विस्फोटों की जिम्मेदारी आईएसआईएस ने ली है। सरकारी समाचार एजेंसी आईआरएनए ने बताया कि बुधवार को हुए विस्फोटों में कम से कम 84 लोग मारे गए और 284 घायल हो गए। ये 1979 की क्रांति के बाद से ईरान में सबसे घातक हमला था। आईएसआईएस इस्लाम की शिया शाखा को विधर्मी मानता है और पहले भी ईरान में तीर्थस्थलों और धार्मिक स्थलों को निशाना बना चुका है। सुलेमानी के दक्षिणी गृहनगर करमान में साहेब अल-ज़मान मस्जिद के पास विस्फोट हुए, जहां उन्हें दफनाया गया है। समर्थक बगदाद हवाई अड्डे के ठीक बाहर अमेरिकी ड्रोन हमले में उनकी मौत की चौथी बरसी मनाने के लिए एकत्र हुए थे। सरकारी मीडिया के मुताबिक, बम धमाकों में कम से कम 170 लोग घायल भी हुए हैं।
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सरकारी मीडिया ने कहा कि विस्फोटों के एक दिन बाद करमान में गोलीबारी की खबरें थीं। ईरान की तस्नीम समाचार एजेंसी के अनुसार, बमों से भरे दो बैगों में विस्फोट हुआ। एजेंसी ने कहा, रिमोट कंट्रोल का इस्तेमाल कर बमों में विस्फोट किया गया। सुलेमानी ने ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स की विदेशी ऑपरेशन शाखा, कुद्स फोर्स का नेतृत्व किया, जो पूरे मध्य पूर्व में सैन्य अभियानों की देखरेख करता था।