हमास के प्रमुख ने कहा कि गाजा पर नए इजरायली हमले ने एक महत्वपूर्ण क्षण में युद्धविराम वार्ता को खतरे में डाल दिया। इजरायली टैंक गाजा शहर के बीचो बीच घुस गए और रात भर भारी बमबारी के बाद निवासियों को बाहर निकलने का आदेश दिया। निवासियों ने कहा कि एन्क्लेव में इजरायली बलों और हमास आतंकवादियों के बीच नौ महीने के संघर्ष में हवाई हमले और तोपखाने की बमबारी सबसे भारी थी। हजारों लोग भाग गये। यह हमला तब हुआ जब पिछले सप्ताह हमास द्वारा बड़ी रियायतें दिए जाने के बाद वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी इस क्षेत्र में युद्धविराम के लिए दबाव बना रहे थे। उग्रवादी समूह ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि नए आक्रमण का उद्देश्य वार्ता को पटरी से उतारना है और मध्यस्थों से इजराइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर लगाम लगाने का आह्वान किया।
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हमास ने नेता इस्माइल हनियेह के हवाले से कहा कि यह हमला बातचीत की प्रक्रिया को फिर से पटरी पर ला सकता है। नेतन्याहू और उनकी सेना इस रास्ते के ढहने की पूरी जिम्मेदारी लेगी। फ़िलिस्तीनी एन्क्लेव के उत्तर में गाजा शहर, अक्टूबर में युद्ध की शुरुआत में इज़राइल के पहले लक्ष्यों में से एक था। लेकिन वहां उग्रवादियों के साथ झड़पें जारी हैं और नागरिकों ने अन्यत्र शरण ले ली है, जिससे विस्थापन की लहरें बढ़ गई हैं। शहर का अधिकांश भाग खंडहर हो चुका है। निवासियों ने कहा कि गाजा शहर के पड़ोस में रात से लेकर सोमवार की सुबह तक बमबारी की गई। उन्होंने बताया कि कई बहुमंजिला इमारतें नष्ट हो गईं।
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गाजा सिविल आपातकालीन सेवा ने कहा कि उसका मानना है कि दर्जनों लोग मारे गए हैं लेकिन चल रहे हमलों के कारण आपातकालीन टीमें उन तक पहुंचने में असमर्थ हैं। गाजा निवासियों ने कहा कि टैंक सोमवार को कम से कम तीन दिशाओं से आगे बढ़े और हवा और जमीन से भारी इजरायली गोलाबारी के सहारे गाजा शहर के मध्य तक पहुंच गए। इसके कारण हजारों लोगों को अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित आश्रय की तलाश करनी पड़ी, जिसे ढूंढना कई लोगों के लिए असंभव था।