इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को टेलीफोन पर बातचीत की जिसमें उन्होंने दोनों देशों के बीच निरंतर सहयोग के महत्व पर जोर दिया।
पिछले महीने नेतन्याहू के पद संभालने के बाद दोनों नेताओं के बीच फोन पर यह पहली बातचीत थी। इजराइल के प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी ने 37वीं सरकार के गठन पर प्रधानमंत्री नेतन्याहू को बधाई दी और दोनों देशों के बीच निरंतर सहयोग के महत्व पर बल दिया।
नेतन्याहू (73) ने 29 दिसंबर को छठी बार इजराइल के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी।
बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं के बीच बातचीत अच्छी रही और वे जल्द मिलने पर सहमत हुए।
दोनों नेताओं ने 2017 में इजराइल और 2018 में भारत की अपनी यात्राओं की सुखद यादों को याद किया। मोदी ने नेतन्याहू को पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तिथि पर उन्हें भारत आने का निमंत्रण दिया।
मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मेरे अच्छे मित्र बेंजामिन नेतन्याहू से बात करना सुखद रहा। चुनावों में प्रभावी जीत हासिल करने और रिकॉर्ड छठी बार प्रधानमंत्री बनने पर मैंने उन्हें बधाई दी। मुझे खुशी है कि भारत-इजराइल रणनीतिक साझेदारी को साथ मिलकर आगे ले जाने का हमारे पास एक और मौका है।’’
जुलाई 2017 में मोदी ने इजराइल का दौरा किया, जो किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा यहूदी राष्ट्र का पहला दौरा था। नेतन्याहू ने जनवरी 2018 में भारत का दौरा किया था। भारत और इजराइल ने 1992 में पूर्ण विकसित राजनयिक संबंध स्थापित किए। रक्षा, कृषि और जल सहित कई क्षेत्रों में पिछले कुछ वर्षों में भारत और इजराइल के बीच संबंध प्रगाढ़ हुए हैं।