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इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने सुरक्षा एजेंसियों की आलोचना करने के लिए माफी मांगी

विपक्षी दलों और सहयोगियों की तीखी आलोचना का सामना कर रहे इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक दिन पहले के अपने उस बयान के लिए रविवार को माफी मांगी, जिसमें उन्होंने सात अक्टूबर को हुए हमास के हमले को रोकने में नाकाम रहने को लेकर सुरक्षा एजेंसियों को दोषी ठहराया था।
नेतन्याहू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपना मूल बयान हटाने के तुरंत बाद इसी मंच पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं गलत था। प्रेसवार्ता के बाद मैंने जो बातें कही थीं, वह नहीं कही जानी चाहिए थी और मैं इसके लिए माफी मांगता हूं।’’
इजराइली प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘‘मैं सुरक्षा एजेंसियों के सभी प्रमुखों का पूरा समर्थन करता हूं। मैं (आईडीएफ) चीफ ऑफ स्टाफ तथा आईडीएफ के कमांडरों और सैनिकों को सहायता भेज रहा हूं, जो अग्रिम मार्चे पर हैं और हमारे लिए लड़ रहे हैं।’’

नेतन्याहू ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में शनिवार देर रात कहा कि उन्हें कभी भी हमास के ‘युद्ध के मंसूबों’ के बारे में कोई चेतावनी नहीं मिली थी। उन्होंने जोर देकर कहा कि सैन्य खुफिया प्रमुख और ‘शिन बेट’ (इजराइल की आंतरिक सुरक्षा सेवा) के प्रमुख समेत सभी सुरक्षा एजेंसियों की राय थी कि हमास डरा हुआ है और समझौता करना चाहता है।
इजराइल के प्रधानमंत्री से शनिवार शाम संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों ने बार-बार पूछा कि क्या वह विफलता के लिए जिम्मेदारी स्वीकार करते हैं, इस सवाल को उन्होंने यह कहकर टाल दिया कि युद्ध के बाद इस बारे में गहन जांच होगी और सभी को जवाब देना होगा, जिसमें वह भी शामिल हैं।
कई सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुखों ने इस भारी विफलता के लिए जिम्मेदारी स्वीकार कर ली है, लेकिन नेतन्याहू ने इसके लिए खुद को किसी प्रकार से दोषी मानने से इनकार किया है।

नेतन्याहू इजराइल में सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री पद पर रहे हैं, जो 13 महीने के संक्षिप्त अंतराल को छोड़कर वर्ष 2009 से शीर्ष पद पर हैं।
विपक्ष के नेता यायर लैपिड ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सुरक्षा और रक्षा एजेंसियों को दोषी ठहरा कर अपनी सीमा पार करने का काम किया है।
लैपिड ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘आईडीएफ के सैनिक व कमांडर हमास और हिजबुल्ला के खिलाफ बहादुरी से लड़ रहे हैं, वह उनका समर्थन करने के बजाय उन्हें दोषी ठहराने की कोशिश कर रहे हैं।’’ लैपिड ने नेतन्याहू से इसके लिए माफी मांगने की मांग की थी।
इस बीच, आईडीएफ ने गाजा में हमास के ठिकानों पर हमले तेज कर दिए और कहा कि उसने पिछले दिनों समूह के करीब 450 ठिकानों पर हमला किया।

आईडीएफ ने कहा कि उसके लक्ष्यों में हमास कमान केंद्र, निगरानी चौकी और टैंक रोधी गाइडेड मिसाइल लॉन्च स्थल शामिल हैं। इजराइल के दक्षिणी हिस्से में किये गये हमास के कायरतापूर्ण हमले में 1,400 से अधिक इजराइली मारे गए हैं और लगभग 230 लोगों को बंधक बनाया गया है।
गाजा में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि इजरायल द्वारा चरमपंथी समूह को खत्म करने के लिए शुरू किये गये सैन्य अभियान के बाद से तटीय गाजा पट्टी में 8,000 से अधिक लोग मारे गए हैं।

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