फलस्तीनियों के साथ बढ़ते तनाव के बीच रविवार को इजराइल के एक कैबिनेट मंत्री ने यरुशलम के संवेदनशील पवित्र स्थल ‘टेंपल माउंट’ का दौरा किया।
राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतामार बेन-गवीर दक्षिणपंथी सरकार का हिस्सा बनने के बाद दूसरी बार पवित्र स्थल का दौरा करने पहुंचे हैं।
दौरे के बाद बेन-गवीर ने एक बयान में कहा, ‘‘इजराइली लोगों के सबसे महत्वपूर्ण स्थल टेंपल माउंट आकर काफी खुशी हो रही है।’’
उन्होंने स्थल पर पुलिस की उपस्थिति की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘‘यह दिखाता है कि यरुशलम किसके हाथ में है।’’
उनकी इस यात्रा की वीडियो उनके कार्यालय द्वारा जारी की गई है।
वहीं फलस्तीनी राष्ट्रपति के प्रवक्ता नबील अबू रुदीनेह ने बेन-गवीर के दौरे को मस्जिद पर ‘‘हमला’’ करार दिया।
जॉर्डन के विदेश मंत्रालय ने इसे ‘‘भड़काऊ कदम’’ करार देते हुए इसकी निंदा की और इसे ‘‘ एक खतरनाक तथा अस्वीकार्य’’ कदम बताया।
मंत्री की यह यात्रा इजराइलियों द्वारा यरुशलम दिवस मनाने के कुछ दिन बाद हुई है। ‘यरुशलम दिवस’ 1967 के पश्चिम एशियाई युद्ध में इजराइल द्वारा पूर्वी यरुशलम को अपने कब्जे में लिए जाने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
टेंपल माउंट यहूदी समुदाय का पवित्र स्थल है। यहीं अल-अक्सा मस्जिद भी है। चूंकि इजराइल ने 1967 में इस स्थल पर कब्जा कर लिया था, यहूदियों को वहां जाने की अनुमति है, लेकिन वहां वे प्रार्थना नहीं कर सकते।
बेन-गवीर समेत दक्षिणपंथी कार्यकर्ता लंबे समय से इस पवित्र स्थल पर यहूदियों के लिए और ज्यादा पहुंच की अनुमति का आह्वान कर रहे हैं। वहीं, फलस्तीनी मस्जिद को राष्ट्रीय प्रतीक मानते हैं और ऐसी यात्राओं को उकसावे की कार्रवाई मानते हैं। विवादित परिसर को लेकर तनाव के कारण पूर्व में कई बार भीषण हिंसा भड़क चुकी है।