इटली में इन दिनों अलग ही माहौल बना हुआ है। यहां एक कोर्ट ने अजीब फैसला सुनाया है जिसके बाद से सोशल मीडिया पर इस फैसले का विरोध होने लगा है। यहां एक जज ने चौंकाने वाला फैसला किया है। इस फैसले के बाद स्थानीय लोगों ने बड़े पैमाने पर विरोध शुरू करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा लिया है।
दरअसल एक जज ने ऐसा चौंकाने वाला फैसला दिया है जिसमें कहा गया है कि एक स्कूल के केयरटेकर ने किशोरी के साथ दुर्व्यवहार इतनी देर तक नहीं किया कि उसे आपारधिक श्रेणी में माना जाए। इस फैसले के बाद इटली में लोगों ने जमकर विरोध करना शुरू कर दिया है। इटली की महिलाएं और पुरुष विरोध करते हुए 10 सेकंड के टाइमर के साथ अपने स्तनों और छाती को टटोलते हुए कैमरे की ओर देखते हुए वीडियो अपलोड कर रहे है।
ये था मामला
रोम हाई स्कूल के केयरटेकर 66 वर्षीय एंटोनियो अवोला ने स्कूल की सीढ़ी पर 17 वर्षीय एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ की थी। ये मामला पिछले साल का था। इस मामले में खुद केयरटेकर ने भी स्वीकार किया और ये भी कहा कि वो सिर्फ मजाक में छेड़छाड़ कर रहा था। इस घटना के बाद केयरटेकर ने बच्ची को कहा कि कि वो मजाक कर रहा था। बता दें कि घटना के बाद बच्ची काफी शॉक में थी।
कोर्ट ने किया आरोपी को बरी
जानकारी के मुताबिक इस घटना में आरोपी व्यक्ति के खिलाफ रोमन सरकारी अभियोजकों ने लगभग चार साल की जेल की सजा और यौन उत्पीड़न की सजा की मांग की थी, लेकिन न्यायाधीश ने इस सप्ताह कार्यवाहक को सभी आरोपों से बरी कर दिया। आरोपी को बरी किए जाने के बाद से इटली में जनता के बीच काफी विरोध है। आरोपी को बरी करने से पहले न्यायाधीश ने तर्क दिया कि महिला को छूना “अपराध नहीं है” क्योंकि यह 10 सेकंड से अधिक समय तक नहीं था। इस फैसले के बाद इटालियन अभिनेता पाओलो कैमिली ने भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और अपने वीडियो पोस्ट किए। कई लोगों का कहना है कि पुरुषों को महिलाओं को छूने का अधिकार नहीं है, चाहे ये पांच सेकेंड के लिए हो या 10 सेकेंड के लिए हो।
पीड़िता ने दिया बयान
इस घटना की पीड़िता ने भी न्यायालय के फैसले के बाद बयान दिया है। पीड़िता ने कहा कि अब उसे डर है कि अगर लड़कियों और महिलाओं पर इस तरह के हमले हुए तो न्यायाधीश उन्हें आगे आने से रोक देंगे।