मामलों के मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने नील नदी के उद्गम स्थल जिन्जा में महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। विदेश मंत्री ने ट्वीट करते हुए कहा कि गांधीजी की अस्थियां, नील नदी में विसर्जित, उनके संदेश की सार्वभौमिकता और अफ्रीका के साथ उनके गहरे और स्थायी बंधन को दर्शाती हैं। राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के युगांडा परिसर के उद्घाटन कार्यक्रम में विदेश मंत्री ने कहा कि आज भारत, युगांडा और भारत-युगांडा संबंधों के लिए गर्व का दिन है। राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के युगांडा परिसर का उद्घाटन दोनों देशों के बीच व्यावहारिक सहयोग का एक उदाहरण है।
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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि भारत की प्रगति और समृद्धि से ऐसे नए अवसर पैदा हो सकते हैं, जिनसे युगांडा को लाभ मिल सकता है। जयशंकर ने यहां भारतीय व्यापारिक समुदाय से मुलाकात की और उन्हें वृद्धि और विकास के लिए द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ावा देने को कहा। जयशंकर युगांडा और मोजाम्बिक के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती प्रदान करने के लिए 10-15 अप्रैल तक दोनों अफ्रीकी देशों की यात्रा पर हैं।