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जयशंकर ने ऑस्ट्रिया में अपने समकक्ष से बात की, कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को ऑस्ट्रिया के अपने समकक्ष अलेक्जेंडर शालेनबर्ग के साथ कई क्षेत्रीय और वैश्विक स्थितियों पर ‘‘खुली और सार्थक’’ चर्चा की तथा दोनों पक्षों ने भारतीय छात्रों और पेशेवरों के लिए प्रवासन एवं यात्रा सुगमता सहित कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
दो देशों के अपने दौरे के दूसरे चरण में साइप्रस से यहां पहुंचे जयशंकर ने यह भी कहा कि ऑस्ट्रिया के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर बेलेन और चांसलर कार्ल नेहमर सहित इस देश के नेताओं के साथ उनकी व्यापक बातचीत ‘‘हमारे संबंधों के साथ मौजूदा वैश्विक मुद्दों पर’’ ऑस्ट्रिया के दृष्टिकोण को समझने में बहुत मूल्यवान है।

उन्होंने यहां शालेनबर्ग के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमने कई क्षेत्रीय और वैश्विक परिस्थितियों पर खुली और सार्थक चर्चा की। मैं यही कहूंगा कि हमारे दृष्टिकोण समान हैं, हालांकि स्पष्ट रूप से हम अलग-अलग क्षेत्रों में स्थित हैं… मैं आज और कल यूक्रेन एवं पश्चिम एशिया, दक्षिण एशिया एवं हिंद प्रशांत के मुद्दे पर हम दोनों के बीच हुई बातचीत की सराहना करता हूं।’’
जयशंकर ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच व्यापक प्रवासन और यात्रा सुगमता में भागीदारी समेत कई समझौते हुए।

उन्होंने कहा, ‘‘हम भारतीय कौशल और प्रतिभाओं के योगदान को प्रदर्शित करने के लिए एक उचित, कानूनी और समान अवसर चाहते हैं।’’ जयशंकर ने रविवार को कहा कि ‘वर्किंग होलीडे’ कार्यक्रम पर एक समझौते से ऑस्ट्रिया में भारतीय छात्र छह महीने तक काम कर सकेंगे।
विदेश मंत्री शालेनबर्ग ने कहा कि व्यापक प्रवासन और यात्रा सुगमता साझेदारी के संदर्भ में अभी एक प्रारंभिक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं जो उनके देश के लिए रणनीतिक महत्व का है।

उन्होंने कहा कि सर्बिया से ऑस्ट्रिया में अवैध रूप से आने वाले और शरण चाहने वाले भारतीयों के आवेदन की संख्या 2021 में 600 थी जो पिछले साल बढ़कर 18,000 हो गई।
जयशंकर ने कहा कि जब द्विपक्षीय सहयोग की बात आती है तो भारत ऑस्ट्रिया को एक ‘‘गंभीर और परिणामी भागीदार’’ के रूप में देखता है। दोनों देशों का वर्तमान में लगभग 2.5 अरब अमेरिकी डॉलर का व्यापार है। भारत में 150 से ज्यादा ऑस्ट्रियाई कंपनियां मौजूद हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हम चाहेंगे कि यह संख्या भी बढ़े।’’
मंत्री ने कहा, ‘‘हम मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए), निवेश समझौते और भौगोलिक संकेतक समझौते पर जारी वार्ताओं के लिए इसके मजबूत समर्थन की सराहना करते हैं। इनका स्पष्ट रूप से हमारी द्विपक्षीय आर्थिक साझेदारी पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चाहे वह महामारी हो या जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद हो या साइबर सुरक्षा, हमारे हित वास्तव में बहुत ही समान हैं।

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