उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि जापान को आपदा प्रभावित फुकुशिमा परमाणु संयंत्र से अपशिष्ट जल को समुद्र में छोड़ना तुरंत बंद करना चाहिए। आधिकारिक कोरियाई सेंट्रल समाचार एजेंसी द्वारा दिए गए एक बयान में कहा गया है, जापान को तुरंत परमाणु दूषित पानी के खतरनाक निर्वहन को बंद करना चाहिए जो मानव जाति की सुरक्षा और भविष्य को गंभीर रूप से खतरे में डालता है।
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बता दें कि जापान ने समुद्र में फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट का पानी छोड़ना शुरू कर दिया। जापानी समय के अनुसार दोपहर 1:03 बजे ये प्रोसेस शुरू किया गया। जापान टाइम्स के अनुसार, पहले दिन करीब 2 लाख लीटर पानी छोड़ा जाएगा। इसके बाद इसे बढ़ाकर 4.60 लाख लीटर कर दिया जाएगा। पूर्व घोषणा के मुताबिक जापान ने समुद्र में फुकुशिमा न्यूक्लियर प्लांट का पानी छोड़ना शुरू कर दिया है। न्यूक्लियर प्लांट को मेंटेन करने वाली कंपनी TEPCO ने बताया कि सबसे पहले सैंपल के तौर पर शुरुआती टैंक से थोड़ा पानी छोड़ा गया।
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कहां से आया ये वेस्ट वॉटर
2011 में 9.0 तीव्रता के भूकंप के कारण सुनामी आई, जिससे फुकुशिमा दाइची परमाणु ऊर्जा संयंत्र के तीन रिएक्टरों में पानी भर गया। सुनामी ने परमाणु संयंत्र में बिजली और शीतलन प्रणालियों को नुकसान पहुँचाया। यह चॉर्नोबिल विस्फोट के बाद दुनिया की सबसे खराब परमाणु आपदा बन गई। अल जज़ीरा के अनुसार, अधिकांश पानी नष्ट हुए तीन रिएक्टरों को ठंडा करने से आता है।