तोक्यो। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने घोटाले के आरोपों से जूझ रहे अपने मंत्रिमंडल की साख में सुधार के प्रयासों के तहत पिछले दो महीने के भीतर मंगलवार को अपने चौथे मंत्री को बर्खास्त कर दिया।
घोटाले संबंधी आरोपों के कारण मंत्रिमंडल का चयन करने के किशिदा के फैसले पर सवाल उठ रहे हैं।
फुकुशिमा और अन्य आपदा प्रभावित इलाकों के पुनर्निर्माण के प्रभारी मंत्री केन्या अकीबा पर राजनीतिक एवं चुनावी कोष के दुरुपयोग के आरोप लगे हैं। अकीबा ने किशिदा से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने बड़ा फैसला किया है और अपना इस्तीफा सौंप दिया है।’’ उन्होंने दोहराया कि उन पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं।
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किशिदा ने अकीबा का प्रभार पूर्व पुनर्निर्माण मंत्री हिरोमिची वातनाबे को सौंपा है। वातनाबे की नियुक्ति को बाद में आधिकारिक रूप प्रदान किया जाएगा।
ऐसा माना जा रहा है कि अकीबा पर लगे आरोपों के कारण अहम बजट विधेयक पर आगामी संसदीय कार्य में बाधा उत्पन्न होने की आशंका के मद्देनजर उन्हें बर्खास्त किया गया।
किशिदा ने मंगलवार को आंतरिक मामलों की मंत्री मिओ सुगिता को भी हटा दिया। उन्होंने लैंगिक एवं जातीय अल्पसंख्यकों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए थे।