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Karan Kataria को लंदन में मिली हिंदू होने की सजा, LSE के छात्र को इलेक्शन से अयोग्य घोषित कराने के पीछे का क्या है राहुल गांधी कनेक्शन!

लंदन के एक कॉलेज में भारतीय मूल के छात्र के साथ धर्म और देशविरोधी बयानों के खिलाफ बोलने को लेकर भेदभाव किए जाने का मामला सामने आया है। लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स (LSE) में अंतरराष्ट्रीय कानून में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे एक भारतीय छात्र का दावा है कि छात्र संघ (LSESU) के चुनाव से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उसे कैंपस में हिंदू और भारतीय होने के कारण क्रूर नस्लवाद का सामना करना पड़ा। अब इसको लेकर एक मीडिया रिपोर्ट में बड़ा दावा किया गया है कि इस अभियान को कथित तौर पर कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की करीबी द्वारा आकार दिया गया। 

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फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस नेता राहुल गांधी की करीबी सहयोगी रही मुकुलिका बनर्जी ने दक्षिणपंथी, विशेष रूप से आरएसएस के साथ संबंध होने के कारण करण कटारिया के खिलाफ इस घृणा अभियान को चलाया। सूत्रों ने फर्स्टपोस्ट को बताया कि छात्रों के मामलों में बनर्जी के इस हस्तक्षेप को पहले ही लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स प्रशासन के संज्ञान में लाया जा चुका हैं। फर्स्टपोस्ट से बात करते हुए करण कटारिया ने कहा कि वह भारत के सम्मान की रक्षा के लिए सब कुछ करेंगे। फ़र्स्टपोस्ट ने मुकुलिका बनर्जी के कुछ व्हाट्सएप चैट के एक्सेस होने का भी दावा किया है और इसी आधार पर करन के खिलाफ उनके अभियान का खुलासा किया है। हालांकि प्रभासाक्षी इस तरह के किसी दावे का समर्थन नहीं करता और हमने फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट में कही गई बातों को ही यहां प्रस्तुत किया है। 

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इतना ही नहीं, फर्स्टपोस्ट को एक कॉल रिकॉर्डिंग भी मिली है, जिसमें छात्रों में से एक को यह दावा करते हुए सुना जा सकता है कि मुकुलिका बनर्जी ने उसे यह बताने के लिए बुलाया था कि करण के आरएसएस और हिंदू संगठनों के साथ संबंध थे।  मुकुलिका बनर्जी लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस में मानव विज्ञान की प्रोफेसर हैं और एलएसई के दक्षिण एशिया केंद्र की उद्घाटन निदेशक हैं। वह लंबे समय से पश्चिमी प्रेस में ‘मुस्लिम अंडर अटैक इन इंडिया’ जैसे मुद्दों को हवा दे रही हैं। सूत्रों के अनुसार, लंदन में अकादमिक और नीतिगत हलकों में उनका ओहदा बहुत प्रभावशाली हैं। सूत्रों ने दावा किया कि वह अपने पाठ्यक्रमों, शिक्षण और पर्यवेक्षण के माध्यम से वाम-उदारवादी, हिंदू-विरोधी प्रचार कर रही हैं। मुकुलिका राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हुई थीं और उन्होंने लंदन में उनकी मेजबानी की थी।

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