Breaking News

संयुक्‍त राष्‍ट्र मुख्‍यालय के सामने खालिस्‍तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने जारी किया वीडियो, भारत ने दिया ये जवाब

विदेश मंत्रालय (एमईए) ने उस वीडियो की कड़ी आलोचना की, जिसमें खालिस्तानी संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नून को कनाडा में खालिस्तान जनमत संग्रह वोटिंग का आह्वान करते हुए सुना जा सकता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम इस वीडियो से अवगत हैं। हम कनाडाई अधिकारियों और तथाकथित जनमत संग्रह के खतरों के मामलों को लगातार उठाते रहे हैं। वीडियो में पन्नून को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र (यूएन) मुख्यालय के सामने खड़ा देखा जा सकता है।

इसे भी पढ़ें: ये अभिव्यक्ति की आजादी नहीं, आतंकवाद को जायज ठहराने जैसा, खालिस्तानी आतंकवादियों पर भारत ने कनाडा को जमकर सुनाया

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बागची ने आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय के बाहर वीडियो शूट करना इसे और अधिक वैधता नहीं देता है। हम कनाडाई अधिकारियों और अन्य देशों के साथ भी इस प्रकार के खतरों के मुद्दे उठाते रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह सिर्फ कनाडा ही नहीं है, बल्कि जहां भी ऐसी गतिविधियां आयोजित की जाती हैं, कार्रवाई की जानी चाहिए और हम नियमित रूप से संबंधित सरकारों के साथ इस मामले को उठाएंगे। हम मेजबान देश से ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की उम्मीद करते हैं। 

इसे भी पढ़ें: हम न भूलते हैं, न माफ करते हैं… देश के दुश्मनों को ठिकाने लगाने के लिए खुफिया एजेंसियों का मिशन खल्लास

वीडियो में अमेरिका, कनाडा और अन्य देशों में भारतीय राजनयिकों को भी निशाना बनाया गया है। पन्नून ने नामित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की मौत के लिए उन्हें दोषी ठहराया। उसने कहा कि हां, हम शहीद निज्जर की हत्या के लिए संधू-वर्मा-दोरईस्वामी-मल्होत्रा-वोहरा, अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, इटली और ऑस्ट्रेलिया में भारतीय राजनयिकों को जिम्मेदार ठहराएंगे।

Loading

Back
Messenger