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Prabhasakshi Exclusive: Russian President Vladimir Putin की मदद के लिए Kim Jong Un ने भेजे अपने सैनिक! अब Ukraine की खैर नहीं

प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) से जानना चाहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध में ताजा अपडेट क्या है? इस प्रकार की भी खबरें आई हैं कि उत्तर कोरिया के सैनिक रूस की ओर से यूक्रेन के लिए युद्ध लड़ रहे हैं। इन खबरों में क्या सच्चाई है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री का एक बयान आया है कि उत्तर कोरियाई सैनिक यूक्रेन में रूसी सैनिकों के साथ लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरियाई राजनेताओं से चर्चा के दौरान रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने कहा कि इसकी “अत्यधिक संभावना” है कि 3 अक्टूबर को डोनेट्स्क के पास यूक्रेनी मिसाइल हमले में छह उत्तर कोरियाई अधिकारी मारे गए थे। उन्होंने कहा कि ऐसा ही दावा पिछले सप्ताह यूक्रेनी मीडिया ने भी किया था।
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि उत्तर कोरिया और रूस के बीच संबंध बहुत अच्छे हैं इसलिए अगर उत्तर कोरियाई सैनिक रूस की ओर से लड़ रहे हैं तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की इस विषय पर चुप्पी भी दर्शा रही है कि इस रिपोर्ट में कहीं ना कहीं कुछ तो सच्चाई है ही। बताया यह भी जा रहा है कि रूस की मदद करने के लिए उत्तर कोरिया जल्द ही और प्रशिक्षित सैनिकों को भेजेगा। उन्होंने कहा कि हालांकि उत्तर कोरिया ने इन आरोपों का खंडन किया है कि वह यूक्रेन पर हमले के लिए रूस की सेना को हथियारों की आपूर्ति कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह सभी को याद है ही कि किस तरह युद्ध के बीच ही किम जोंग उन ने रूस की यात्रा की थी और बाद में पुतिन भी उत्तर कोरिया की यात्रा पर गये थे।

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ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि जहां तक युद्ध के ताजा हालात की बात है तो अब एक चीज और देखने को मिल रही है कि कीव रूसी ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर अपना हमला तेज करता जा रहा है। उन्होंने कहा कि ताजा हमले में यूक्रेन ने क्रीमिया प्रायद्वीप के तट पर एक बड़े तेल टर्मिनल पर हमला करने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि रूस ने 2014 में इस प्रायद्वीप पर कब्जा कर लिया था। उन्होंने कहा कि रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि कीव द्वारा लॉन्च किए गए कुल 21 में से 12 यूक्रेनी ड्रोन रातोंरात प्रायद्वीप में मार गिराए गए। उन्होंने कहा कि वहीं इस बारे में यूक्रेन के जनरल स्टाफ ने कहा है कि टर्मिनल से भेजे गए तेल उत्पादों का इस्तेमाल “रूसी कब्जे वाली सेना की जरूरतों को पूरा करने” के लिए किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि बयान में कहा गया है कि मॉस्को के ऊर्जा क्षेत्र को बार-बार निशाना बनाकर, कीव का लक्ष्य रूस के राजस्व स्रोतों में सेंध लगाना है। उन्होंने कहा कि बयान में कहा गया है कि रूस को अपने तेल ठिकानों से जो कमाई हो रही है उसे वह युद्ध में खर्च कर रहा है इसलिए हम ऐसे ठिकानों को निशाना बनाते रहेंगे।

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