कोसोवो ने सर्बिया जाने की मुख्य सीमा चौकी को बृहस्पतिवार को फिर से खोल दिया। वहीं, सर्बिया के राष्ट्रपति एलेक्सेंदर वुसिक ने कहा कि उत्तरी कोसोवो में प्रवेश करने वाले एक दर्जन से अधिक रास्तों पर लगे अवरोधकों को भी हटाये जाएंगे।
एलेक्सेंदर ने कहा कि सर्बियाई लोगों ने बृहस्पतिवार को अवरोधकों को हटाने का कार्य शुरू कर दिया। इससे कोसोवो और सर्बिया के बीच हफ्तों से चल रहे तनाव के कम होने की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे बालकन देशों में नए सिरे से संघर्ष का खतरा पैदा हो गया था।
कोसोवो ने मांग की थी कि नाटो नीत शांतिरक्षक अवरोधकों को हटाएं या ऐसा नहीं होने पर उसके सैनिक यह काम करेंगे। सर्बिया ने भी कोसोवा की सीमा पर अपने सैनिकों को युद्ध के लिए तैयार अवस्था में तैनात किया था और कोसोवो में रहने वाले सर्बियाई लोगों पर हमले रोकने की मांग की थी।
वुसिक ने कहा कि सीमा पर से अवरोधक हटाने का समझौता देर रात दोनों देशों के नेताओं की हुई में बैठक में हुआ।
गौरतलब है वर्ष 1998-99 में कोसोवे के अल्बानियाई नीत अलगाववादी विद्रोहियों ने युद्ध छेड़ा था और उस समय सर्बियाई लोगों के खिलाफ नृशंस कार्रवाई थी। उस दौरान सर्बिया उसका एक प्रांत था। वर्ष 1999 में नाटो के हस्तक्षेप से रक्तपात रूका और सर्बिया, कोसोवो से अलग हुआ।