यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनका देश अपनी इस मांग से पीछे नहीं हटेगा कि रूस क्रीमिया, यूक्रेन के अन्य हिस्सों से अपनी सेना हटा ले, जिस पर मास्को ने हाल में अवैध रूप से कब्जा कर लिया है।
कुलेबा ने कहा कि 13 महीने से अधिक समय पहले रूस के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के बाद क्रेमलिन से निपटने में उनके देश के सभी क्षेत्रों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए।
कुलेबा ने रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट में एक सभा को डिजिटल तरीके से संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हम संयुक्त राष्ट्र चार्टर सिद्धांतों और साझा विश्वास से एकजुट हैं कि क्रीमिया यूक्रेन है और यह यूक्रेन के नियंत्रण में वापस आएगा।’’
उन्होंने काला सागर सुरक्षा सम्मेलन में कहा, ‘‘हर बार जब आप दुनिया के किसी भी कोने से किसी को यह कहते हुए सुनते हैं कि क्रीमिया किसी तरह विशेष है और यूक्रेन को वापस नहीं किया जाना चाहिए तो आपको यह जानना होगा कि यूक्रेन स्पष्ट रूप से इन बयानों से असहमत है।’’
क्रेमलिन चाहता है कि कीव क्रीमिया पर रूस की संप्रभुता को स्वीकार करे और सितंबर में डोनेत्स्क, खेरसॉन, लुहांस्क और जेपोरिजिया के यूक्रेनी प्रांतों के कब्जे को भी मान्यता दे।
यूक्रेन ने उन मांगों को खारिज कर दिया है और कहा है कि वह रूस के साथ तब तक बातचीत नहीं करेगा जब तक मॉस्को की सेना सभी कब्जे वाले क्षेत्रों से पीछे नहीं हट जाती।