देश आजादी का जश्न मना रहा है। बॉर्डर पर दुश्मन कांप रहे हैं। देश का हेरॉन सरहदों की सुरक्षा के लिए आसामन में मंडरा रहा है। यानी देश के दुश्मनों ने कोई भी हिमाकत की तो हेरॉन पलक झपकते ही उनके इरादों को तबाह कर देगा। भारत के नए आसमानी योद्धा हेरॉन जिसको देखकर एलएसी से लेकर एलओसी तक पाकिस्तान चीन की नींद उड़ गई है। ड्रोन हेरॉन को तैनात किया गया है। देश के किसी भी दुश्मन ने कोई भी हिमाकत की तो ये पहरेदार बिना वक्त गंवाए एक्शन में आ जाएगा। इसकी तैनाती नॉर्दन सेक्टर के फॉरवर्ड एयरबेस पर की गई है। हेरॉन मार्क टू की तैनाती पर हमारी ताकत में इजाफा हुआ है। आपको बता दें कि चीन और उसका चेला पाकिस्तान दोनों ही भारत की बढ़ती साख से परेशान हैं और आतंकी गतिविधियों से लेकर चालबाजी करने से भी बाज नहीं आते। आपको ये भी बता दें कि ड्रोन एलओसी और एलएसी पर निगरानी कर सकते हैं।
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हाल में वायुसेना ने श्रीनगर एयरबेस पर अडवांस्ड मिग-29 फाइटर जेट की स्क्वॉड्रन तैनात की है। नॉर्दर्न सेक्टर में मिग-29 और हेरॉन मार्क-2 ड्रोन तैनात होने से वायुसेना की ताकत बढ़ी है। ड्रोन स्क्वॉड्रन के कमांडिंग ऑफिसर- विंग कमांडर पंकज राणा ने बताया कि हेरॉन मार्क-2 बहुत सक्षम ड्रोन है। यह लंबे समय तक बड़े इलाके में निगरानी कर सकता है। आधुनिक इंजन की वजह से इस ड्रोन का ऑपरेशनल टाइम बढ़ा है। यह सैटलाइट कम्युनिकेशन से लैस है। ये पुराने ड्रोन से बेहतर हैं और शून्य से कम तापमान पर काम करने में सक्षम हैं।
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पूर्वी लद्दाख में अब भी 68 हजार सैनिक तैनात
पूर्वी लद्दाख में एलएसी यानी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तीन साल से ज्यादा वक्त से भारत और चीन के बीच गतिरोध बना हुआ है। गलवान में खूनी झड़प के बाद दोनों देशों ने सैनिकों की तैनाती तेजी से बढ़ाई थी। सूत्रों के मुताबिक इस वक्त भी पूर्वी लद्दाख में 68 हजार से ज्यादा सैनिक, 90 टैंक और आर्टिलरी गन मौजूद हैं। सोमवार यानी आज भारत और चीन की सेना के बीच कोर कमांडर स्तर की 19वें दौर की बातचीत होनी है।