ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय के राज्याभिषेक के दौरान देश के सबसे बड़े राजशाही विरोधी समूह के प्रमुख सहित कुल 52 लोगों को गिरफ्तार किया गया। हालांकि, इन गिरफ्तारियों का लंदन पुलिस मुख्यालय ‘स्कॉटलैंड यार्ड’ ने बचाव किया है।
लंदन पुलिस ने शनिवार शाम को कहा कि गिरफ्तारियां मारपीट, सार्वजनिक व्यवस्था के उल्लंघन, शांति भंग करने और सार्वजनिक उपद्रव करने की साजिश सहित अन्य अपराधों के लिए की गईं। इनमें राजशाही विरोधी समूह ‘रिपब्लिक’ के मुख्य कार्यकारी ग्राहम स्मिथ भी शामिल हैं, जिन्हें महाराजा के राज्याभिषेक के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान ट्राफलगर स्क्वायर में गिरफ्तार किया गया।
राज्याभिषेक दिवस के लिए सुरक्षा अभियान का नेतृत्व करने वालीं पुलिस कमांडर करेन फिंडले ने कहा, ‘‘हम गिरफ्तारियों के बाद लोगों की चिंता को पूरी तरह से समझते हैं। विरोध प्रदर्शन जायज है लेकिन यह विघटनकारी हो सकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने राज्याभिषेक समारोह की तैयारी और आयोजन के दौरान बिना किसी दखल के कई प्रदर्शनों को नियंत्रित किया है। हमारा कर्तव्य प्रासंगिक कानून के अनुरूप कदम उठाना है।
जब प्रदर्शन बेकाबू हो जाता है और गंभीर व्यवधान पैदा कर सकता है, तो हस्तक्षेप करना भी हमारा कर्तव्य है।’’
फिंडले ने कहा, ‘‘यह संदर्भ पर निर्भर करता है। राज्याभिषेक पीढ़ी में एक बार होने वाली घटना है और हमारे आकलन में इसकी अहमियत का ध्यान रखा जाना चाहिए।’’
लंदन पुलिस ने कहा कि गिरफ्तारियों के बावजूद प्रदर्शनकारियों का एक बड़ा समूह ट्राफलगर स्क्वायर पर बिना किसी रोकटोक के आगे बढ़ा। लंदन पुलिस ने शनिवार को राज्याभिषेक दिवस के लिए 11,500 से अधिक अधिकारियों की तैनाती की थी और पूरे सप्ताहांत तक कुल 29,000 अधिकारी तैनात किए गए हैं।