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बीजिंग । चीन ने स्वशासित द्वीप ताइवान को हथियार बेच रही अमेरिकी कंपनियों पर प्रतिबंधों…
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तिरुवनंतपुरम । केरल सरकार ने 15वीं विधानसभा का 12वां सत्र चार अक्टूबर से आहूत करने…
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ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने…
यरूशलम । गाजा में बंधक बनाए गए लोगों को मुक्त कराने में विफल रहने के विरोध में इजराइल में सोमवार को आम हड़ताल के आह्वान के कारण करीब पूरे देश में बंद और अन्य तरह का व्यवधान दिखा जिसमें इसका मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई हड्डा भी शामिल है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में इस आह्वान को नजरअंदाज किया गया जो गहरे राजनीतिक मतभेदों को दर्शाता है। हड़ताल के कारण प्रमुख बाजार और प्रतिष्ठान बंद रहे। गाजा में रविवार की देर रात छह बंधकों के मृत पाए जाने के बाद इजराइल के हजारों लोग शोक और आक्रोष के बीच सड़कों पर उतर गए।
पीड़ित परिवारों और अधिकतर लोगों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को दोषी ठहराया और कहा कि लगभग 11 महीने पुराने युद्ध को समाप्त करने के लिए हमास के साथ समझौते के माध्यम से उन्हें जिंदा वापस लाया जा सकता था। लेकिन अन्य लोग हमास पर लगातार सैन्य दबाव बनाए रखने की नेतन्याहू की रणनीति का समर्थन करते हैं। हमास की ओर से सात अक्टूबर को इजराइल पर हमले के साथ युद्ध शुरू हो गया था। इजराइल के सबसे बड़े व्यापार संघ ‘हिस्ताद्रुत’ ने सोमवार को आम हड़ताल का आह्वान किया था, जो युद्ध की शुरुआत के बाद पहली हड़ताल है। इसका उद्देश्य बैंकिंग, स्वास्थ्य सेवा और देश के मुख्य हवाई अड्डे सहित अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रों को बंद करना या बाधित करना है।
अधिकारियों ने बताया कि यमन के हूती विद्रोहियों के संदिग्ध हमले में सोमवार को लाल सागर में एक जहाज को निशाना बनाया गया। ब्रिटिश सेना के ‘यूनाइटेड किंगडम समुद्री व्यापार परिचालन केंद्र’ (यूकेएमटीओ) ने बताया कि दो मिसाइल या रॉकेट जहाज से टकराये तथा तीसरा विस्फोट जहाज के निकट हुआ। यूकेएमटीओ ने कहा कि जहाज पर कोई हताहत नहीं हुई है और वह अगले बंदरगाह की ओर बढ़ रहा है।